प्रतिनिधि, रातू.
हटिया और मांडर विधानसभा के सीमावर्ती क्षेत्र मांडर प्रखंड के मालटोटी एनएच-75 से होकर रातू प्रखंड के जाड़ी, बानापीड़ी, पुरियो व मुरचो समेत बुढ़मू-खलारी सड़क को जोड़ने वाली सड़क प्रशासनिक उपेक्षा के कारण अपने बदहाली पर आंसू बहा रही है. ग्रामीण विकास विभाग से लगभग 15 वर्ष पूर्व इस सड़क की मरम्मत करायी गयी थी. इसके बाद से सड़क जर्जर हो गयी है. सड़क पर पैदल भी चलना मुश्किल है. दर्जनों आदिवासी बहुल गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क से होकर रोजाना सैकड़ों ग्रामीण अपने जीविकोपार्जन व अन्य आवश्यकताओं के लिए आवागमन करते हैं. जर्जर सड़क के कारण दुर्घटनाएं होती रहती है. मांडर के विधायक सह झारखंड के कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की व हटिया विधायक नवीन जायसवाल को कई बार ग्रामीणों ने सड़क बनवाने की गुहार लगा चुके हैं. लेकिन एक ही जवाब मिलता है शिलान्यास हो गया है, बहुत जल्द कार्य शुरू होगा. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सह मांडर के पूर्व विधायक बंधु तिर्की व उनकी पुत्री मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने उप चुनाव में ग्रामीणों से वादा किया था कि वह चुनाव जीतेंगी तो सबसे पहले इस पथ का निर्माण करायेंगी. उन्होंने अपनी दूसरी पारी के पूर्व आचार संहिता से ठीक पहले पथ निर्माण का शिलान्यास भी किया. लेकिन निर्माण नहीं हुआ. मालटोटी व जाड़ी के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है