रांची. अखनूर में सेना में हवलदार पद पर पदस्थापित सूरज राय व उनके चचेरे भाई विजय राय की गिरफ्तारी और जेल भेजे भेजने को लेकर जुगसलाई थाना में दर्ज केस की समीक्षा डीजीपी अनुराग गुप्ता ने की. उन्हें बताया गया कि होली के दौरान मारपीट और जानलेवा हमला को लेकर दोनों के खिलाफ 14 मार्च को केस दर्ज किया गया था. फिलहाल दोनों जमानत पर हैं. डीजीपी ने कहा कि सैनिक जेल जाये, यह दुख का विषय है. यदि कोई सैनिक कानून तोड़ता है, तो उसे नजदीक के आर्मी यूनिट में सौंप दिया जाये, ताकि आर्मी के अधिकारी अपने नियमों के अनुसार कार्रवाई कर सकें. डीजीपी ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए इसकी निष्पक्ष जांच के लिए कोल्हान डीआइजी को केस का सुपरविजन करने का निर्देश दिया है. उन्होंने पूरे प्रकरण में किसी पुलिसकर्मी या पदाधिकारी की भूमिका संदिग्ध नजर आने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश भी दिया है.
क्या था पूरा घटनाक्रम
होली के दौरान 14 मार्च को जुगसलाई थाना के चालक और सूरज राय के बीच विवाद हुआ था. जिसके बाद थाना प्रभारी ने सूरज राय और विजय राय को थाना बुलाकर प्रताड़ित व मारपीट कर जानलेवा हमला का केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर 15 मार्च को न्यायिक हिरासत में घाघीडीह जेल भेज दिया था. घटना के बाद यह मामला रक्षा मंत्रालय व आर्मी मुख्यालय तक पहुंचा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है