रांची. झारखंड में जंगलों में कमी आयी है. आज पौधा लगाने की प्रवृत्ति हर लोगों में है. इसे और बढ़ाने की जरूरत है. उक्त बातें शुक्रवार को राज्य स्तरीय 76वां वन महोत्सव समारोह में विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने कही. कार्यक्रम का आयोजन विधायक आवासीय परिसर में किया गया था. स्पीकर ने कहा कि पौधरोपण कार्यक्रम सरकारी व निजी क्षेत्र के अलावा स्वयंसेवी संगठनों द्वारा किया जा रहा है. वृक्ष नहीं होने के कारण वातावरण प्रदूषित हो रहा है. प्रदूषित वातावरण में कोई भी जीव-जंतु नहीं रह सकते हैं. वृक्ष हमें प्राण वायु प्रदान करते हैं. सामूहिक पौधरोपण से ही पर्यावरण स्वच्छ होगा.
वनों की कटाई पर रोक लगाने की जरूरत
विशिष्ट अतिथि वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि जलवायु की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है. राज्य में 30 प्रतिशत वन क्षेत्र है. 1960-70 में राज्य में 55 प्रतिशत वन क्षेत्र था. आज वनों की कटाई हुई है. इसे रोकना और अधिक से अधिक पौधा लगाना और उसका संरक्षण करना जरूरी है. करोना काल ने हमें ऑक्सीजन की उपयोगिता का अहसास कराया. उन्होंने जापान से सीख लेने की बात कही, जहां औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद 70 प्रतिशत वन क्षेत्र हैं. इस अवसर पर पर्यावरण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया. इनमें जगजीवन सिंह, सुरेश राम, संतोष यादव, दिल मोहन राम, पुरंदर महतो, एतवारी मुर्मू शामिल हैं. वहीं, सोनी कुमारी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के बाद विधानसभा अध्यक्ष सहित पक्ष-विपक्ष के विधायकों ने पौधरोपण किया. कार्यक्रम में कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये.
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