संजीव सिंह, रांची.
झारखंड के सरकारी विश्वविद्यालय में प्रोवीसी (प्रतिकुलपति) का कार्यकाल तीन वर्ष का होता है. लेकिन, राज्य के चार विवि ऐसे हैं, जहां ढाई वर्ष से प्रोवीसी के पद रिक्त हैं. राजभवन द्वारा सर्च कमेटी बनाकर इन विवि में वीसी (कुलपति) व प्रोवीसी की नियुक्ति के लिए मई 2023 में आवेदन आमंत्रित किये गये थे. वीसी की नियुक्ति तो हो गयी, लेकिन अब तक इन विवि में प्रोवीसी की नियुक्ति संभव नहीं हो पायी है. रांची विवि, विनोबा भावे विवि, नीलांबर-पीतांबर विवि तथा कोल्हान विवि में प्रोवीसी की नियुक्ति नहीं हो पायी है. वहीं, सिदो-कान्हू मुर्मू विवि दुमका में डॉ विमल कुमार सिंह का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो गया. यहां भी यह खाली हो गया. वहीं, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि में प्रतिकुलपति डॉ पवन कुमार पोद्दार का कार्यकाल जुलाई 2025 को समाप्त हो जायेगा. प्रतिकुलपति पद के लिए आवेदन करनेवाले उम्मीदवारों को अब तक जानकारी नहीं मिल पायी है कि आखिर नियुक्ति का क्या हुआ. विवि महकमे में चर्चा है कि राजभवन द्वारा प्रतिकुलपति के लिए फिर से विज्ञापन निकाले जाने की संभावना है.कहां कब से खाली पद
रांची विवि में डॉ अरुण कुमार सिन्हा का कार्यकाल जुलाई 2023 में पूरा होने से बाद से यहां पद खाली है. इसी प्रकार कोल्हान विवि में डॉ कामिनी कुमार का 2023 में कार्यकाल समाप्त होने के बाद से पद खाली है. नीलांबर-पीतांबर विवि में डॉ विजय सिंह का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से पद खाली है. जबकि, विनोबा भावे विवि में डॉ अजीत कुमार सिन्हा के रांची विवि के कुलपति बनाये जाने के बाद से प्रोवीसी का पद खाली है.महत्वपूर्ण पद प्रभार में
रांची विवि में कुलपति से लेकर रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक व वित्त पदाधिकारी के पद प्रभार में हैं. इसी प्रकार डीएसपीएमयू में भी कुलपति के पद प्रभार में हैं, जबकि रजिस्ट्रार के पद खाली हैं. इसी प्रकार कोल्हान विवि में रजिस्ट्रार व वित्त पदाधिकारी प्रभार में हैं. वहीं, परीक्षा नियंत्रक का पद 10 जुलाई को खाली हो जायेगा. जेपीएससी से सात विवि में रजिस्ट्रार की नियमित नियुक्ति हुई है, लेकिन अभी योगदान करना बाकी है. यही हाल अन्य विवि का भी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है