रांची. प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने लोगों की समस्या सुनी तथा समाधान का प्रयास किया. मंत्री ने आम नागरिकों से सीधे संवाद स्थापित किया. यह सुनिश्चित किया कि किसी भी व्यक्ति की समस्या अनसुनी न रहे. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि झारखंड सरकार का संकल्प है कि प्रदेश के हर नागरिक को लालफीताशाही, जटिल प्रक्रियाओं और उपेक्षा से मुक्त एक सुलभ, पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन मिले. श्रीमती दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि जनता का विश्वास हमारी सबसे बड़ी पूंजी है. हम इस भरोसे को कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. प्रशासन को जनसरोकारों के प्रति और अधिक संवेदनशील बनायेंगे. जनता दरबार में ग्रामीण क्षेत्रों से आये अनेक लोगों ने अपने आवास, पेंशन, शौचालय, सड़क, जलापूर्ति और पंचायत स्तरीय योजनाओं से जुड़ी समस्याएं रखी. मंत्री के समक्ष लगभग 52 लोगों ने अपनी समस्याएं रखी. इस मौके पर विभिन्न थानों से संबंधित मामले, आधार केंद्र में अवैध रूप से बहाली, स्थानांतरण, सेवा बहाली, हजारीबाग में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय के बी सहाय की क्षतिग्रस्त प्रतिमा के निर्माण तथा अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग से संबंधित आवेदन भी आये. मंत्री ने कहा कि जनता दरबार में सिर्फ सुनवाई नहीं होती, बल्कि कार्रवाई भी होती है. पिछले जनता दरबार में एक मामला आया था जिसमें हिंदपीढ़ी की इरम परवीन नामक महिला की तीन माह की बच्ची को पति द्वारा कश्मीर ले जाने का मामला आया था जिस पर रांची पुलिस से संज्ञान लेने का निर्देश दिया गया था, जिस पर कार्रवाई करते हुए रांची पुलिस ने महिला को उसकी बच्ची को वापस दिलाया. आज कई छात्रों के मामले ऐसे आये जिसमें जेएसएससी द्वारा ली गयी अलग-अलग परीक्षाओं में अभ्यर्थी सफल हो गये, लेकिन उनके प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं किया जा सका है. इस संबंध में निर्देशित किया जायेगा कि समस्या का समाधान जल्दी हो सके.
झारखंड विश्वविद्यालय विधेयक महत्वपूर्ण
झारखंड विश्वविद्यालय विधेयक के संदर्भ उन्होंने कहा कि बिल तैयार है और सदन के पटल पर रखा जाना है. यह विधेयक बहुत महत्वपूर्ण है और इससे क्रांतिकारी बदलाव उच्च शिक्षा में आयेगा. अगर शिक्षा जगत में सुधार की कवायद राज्य सरकार कर रही है तो विपक्ष को इसमें सहयोग करना चाहिए. चुनाव आयोग द्वारा कराये जा रहे एसएआर पर कहा कि आनन-फानन में जिस तरह की कार्रवाई की जा रही है, उस पर हमारा विरोध है. मंत्री ने कहा कि महिलाओं या बच्चियों के साथ घटी घटनाओं पर सरकार ने पूरी सख्ती के साथ कार्रवाई की है. झारखंड में कानून का राज है. चार-पांच लोग अगर सड़क पर आकर मोरल पुलिसिंग करने लगेंगे तो इसकी इजाजत झारखंड में नहीं है. जनता दरबार में कार्यालय प्रभारी अभिलाष साहू, राजन वर्मा, अजय सिंह, नरेंद्र लाल गोपी, राजीव चौधरी चिंटू भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है