रांची. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की के नेतृत्व में पार्टी की पांच सदस्यीय जांच टीम बिहार के पूर्णिया के टेटगामा गांव पहुंची. पिछले 6-7 जुलाई की रात गांव में एक आदिवासी परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी थी. कांग्रेस की टीम ने पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों और गांव के लोगों से मामले की पूरी जानकारी ली. जांच टीम को जानकारी मिली कि इस मामले में 23 नामजद हैं और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी हुई है. पीड़ित परिवार ने बताया कि इस घटना का मुख्य आरोपी स्थानीय नकुल उरांव ही है, जो तांत्रिक का काम करता है. उसी ने गांव वालों को उकसाया था. इसके बाद पुलिस ने उसे धर दबोचा है. नकुल उरांव के सहयोगी छोटू उरांव व मो सनाउल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कार्यकारी अध्यक्ष श्री तिर्की ने कहा कि पूर्णिया घटना मानवता पर कलंक है. अंधविश्वास और अशिक्षा ने एक निर्दोष परिवार को खत्म कर दिया है. हमारी सरकार और समाज को मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे. पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. दोषियों को कठोरतम सजा दी जाये. इस दौरान श्री तिर्की पीड़ित परिवार को 21 हजार की आर्थिक मदद दी. इस अवसर पर महासचिव नीरज खलखो, प्रदेश के आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष जोसई मार्डी, राज उरांव, आदिवासी विकास परिषद बिहार प्रदेश अध्यक्ष जीतेंद्र उरांव, आनंद लकड़ा, कांग्रेस नेता छोटू सिंह उर्फ नीरज सिंह, कांग्रेस जिला अध्यक्ष बिजेंद्र यादव, सुरेंद्र उरांव, रावण उरांव, चंदन उरांव, एमरॉन बड़ा, दिलीप लकड़ा सहित कई लोग पूर्णिया पहुंचे थे.
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