Ranchi News: राजधानी रांची में बारिश के मौसम का साइड इफेक्ट दिखने लगा है. जहां-तहां पानी और कचरे का अंबार जमा होने के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ाने लगा है. इसके साथ ही अस्पतालों में मच्छर जनित बीमारियों- मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज भी बढ़ने लगे हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, रांची जिले में चिकगुनिया और डेंगू दोनों का असर है.
स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ायी निगरानी
बताया गया कि जिले में अब तक डेंगू के 37 और चिकनगुनिया के 12 मरीज मिले हैं. वहीं, ब्रेन मलेरिया-पीएफ के 28 मामले अब तक सामने आ चुके हैं. विभाग के मुताबिक, पूर्वी सिंहभूम, कोडरमा, रामगढ़, देवघर, पलामू, चतरा, सरायकेला में लगातार डेंगू और चिकगुनिया के मरीज मिल रहे हैं. ऐसे में विभाग की ओर से निगरानी बढ़ा दी गयी है.
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इन इलाकों में है ज्यादा प्रकोप
विभाग के अनुसार, मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप राजधानी के हिंदपीढ़ी, कांटाटोली, डोरंडा, कोकर, रातू रोड, मधुकम और पिस्का मोड़ जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. वहीं, रिम्स और रांची सदर अस्पताल में एक हफ्ते में करीब पांच से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं. हालत यह है कि दो मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं, तो दो नये मरीज भर्ती हो रहे हैं. यानी औसतन छह डेंगू के मरीज अस्पताल में भर्ती हो रह रहे हैं. वहीं, हर दिन संभावित मरीज डेंगू की जांच करवाने के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं.
दवा का छिड़काव और मरीजों की सैंपलिंग तेज

जिला मलेरिया विभाग की ओर से शहर के वार्ड-01, 02, 18, 20, 21, 22 और 23 में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. विभाग की टीम रोजाना प्रभावित जलजमाव वाले इलाकों में मलेरिया रोधी दवा का छिड़काव कर रही है. संबंधित इलाकों में जमा पानी में मच्छरों के लार्वा तलाशे जा रहे हैं. साथ ही क्षेत्र में जहां भी मच्छर जनित बीमारियों के संदिग्ध मरीज मिल रहे हैं, वहां ब्लड की सैंपलिंग भी की जा रही है.
एक जैसे डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू और चिकनगुनिया से डरने की की नहीं, मच्छरों से बचाव करने की जरूरत है. दोनों बीमारियां एक ही मच्छर (एडीस) के काटने से होती है. दोनों के लक्षण भी लगभग एक जैसे होते हैं. हालांकि, माना जाता है कि डेंगू का वायरस चिकनगुनिया के वायरस से ज्यादा खतरनाक होता है. अगर किसी को दो-तीन दिन तक बुखार रहता है, तो उसे डेंगू और चिकनगुनिया की जांच अवश्य करा लेनी चाहिए.
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