Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हाल ही में स्पेन और स्वीडन की यात्रा से लौटे हैं. इस दौरान उन्होंने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ बार्सिलोना में गावा संग्रहालय का दौरा किया. इस संग्रहालय का निर्माण एक पुराने खनन स्थल को जियोलॉजिकल म्यूजियम में बदलकर किया गया है. ऐसे में संग्रहालय के दौरे के बाद चाईबासा में भी जियोलॉजिकल म्यूजियम बनाने पर विचार किया जा रहा है. इसकी जानकारी उद्योग सचिव अरवा राजकमल ने रांची में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
झारखंड की ताजा खबरें पढ़ने के लिये यहां क्लिक करें
कोल्हान में है करोड़ों साल पुराने पत्थर और जीवाश्म
जानकारी के अनुसार, वैज्ञानिकों के रिसर्च में इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि करोड़ों साल पहले समुद्र के पानी से बाहर आने वाला धरती का सबसे पहला हिस्सा झारखंड के कोल्हान क्षेत्र की भूमि है. इस कारण कोल्हान प्रमंडल के चाईबासा और आसपास के क्षेत्रों में करोड़ों साल पुराने कई पत्थर और जीवश्म मिले हैं, जिसे संरक्षित कर रखना आवश्यक है. ऐसे में जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विदेश यात्रा पर गये, तो इस संबंध में उन्होंने वहां के वैज्ञानिकों और अधिकारियों के साथ चर्चा की.
इसे भी पढ़ें हिज्ब उत-तहरीर के संदिग्धों ने पूछताछ में दी कई अहम जानकारी, एटीएस कर रहा सत्यापन
पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
इसे लेकर रांची में उद्योग सचिव अरवा राजकमल ने जानकारी दी कि चाईबासा और कोल्हान के इलाके में खनन के दौरान मिलने वाले सालों पुराने पत्थर और जीवाश्म इस बात का प्रमाण है कि कोल्हान समुद्र से बाहर आने वाला धरती का पहला क्षेत्र है. ऐसे में राज्य सरकार अब चाईबासा में जियोलॉजिकल म्यूजियम बनाकर इन अवशेषों को संरक्षित करने पर विचार कर रही है. इसे लेकर राज्य को विदेशों से भी सहयोग मिलने की संभावना है. जियोलॉजिकल म्यूजियम का निर्माण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जायेगा. इससे न केवल पुराने पत्थर और जीवाश्मों को संरक्षण मिलेगा, बल्कि राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
इसे भी पढ़ें
रांची में कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली आज, मल्लिकार्जुन खरगे सहित ये बड़े नेता होंगे शामिल
एचईसी कर्मियों की सुविधाओं में लगातार हो रही कटौती, यूनियन ने दी हड़ताल की चेतावनी
Palamu: पलामू में 19 वर्षीय लड़की ने आग लगाकर की खुदकुशी, पुलिस ने जब्त किया फोन