प्रतिनिधि, रातू.
रातू राज किला परिसर स्थित मेलाटांड़ में शुक्रवार को ऐतिहासिक रथयात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. भगवान जगन्नाथ के श्रद्धालु दर्शन के लिए प्रातः पांच बजे से ही मंदिर प्रांगण में जुटने लगे. भक्तों ने भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की पूजा-अर्चना कर सुख-शांति की कामना की. शाम चार बजे मुख्य पुरोहित भोला नाथ मिश्रा, करुणा मिश्रा ने भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के विग्रहों को मंत्रोच्चार के बीच रथ पर आरूढ़ किया. इसके बाद भक्तों द्वारा रथ को खींचकर राजा तालाब के समीप मौसीबाड़ी तक ले गये. यहां मौसीबाड़ी की परिक्रमा करने के बाद रथ पुनः मुख्य मंदिर पहुंचा. यहां नौ दिनों के बाद छह जुलाई को घूरती रथयात्रा का आयोजन होगा.मेला में उमड़े ग्रामीण :
रथयात्रा को लेकर जैसे-जैसे दिन ढलता गया मेला भी परवान चढ़ने लगा. मेला में देखते ही देखते लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मेले में सभी प्रकार की दुकानें लगी हैंं. ग्रामीणों ने रथयात्रा मेला में मिठाई, खिलौने व शृंगार प्रसाधनों की खूब खरीदारी की. लोगों ने मेले में लगे बिजली के झूले का भी खूब आनंद लिया.रथयात्रा में शामिल प्रमुख लोग :
रथयात्रा में मुख्य रूप से राज पुत्री माधुरी मंजरी, कल्पना कुमारी सिंह, भांजा कौशलेंद्र शाहदेव, जेएससीए के अध्यक्ष अजय नाथ शाहदेव, प्रो आदित्येन्द्र नाथ शाहदेव, पृथ्वी नाथ शाहदेव, पैलेश प्रबंधक दामोदर मिश्रा, ओमप्रकाश मिश्रा आदि रथयात्रा के शामिल हुए.मेला में बनाया गया सहायता केंद्र :
मेला में सहायता केंद्र भी लगाया गया. केंद्र के कार्यकर्ता मेले पर पल-पल की नजर रखे हुए थे. वहीं श्री साईं स्वयंसेवी संस्था के वोलंटियर सुबह से ही सुरक्षा में लगे हुए थे. रथयात्रा के सफल संचालन में हजारी प्रसाद, बैजू सोनी, संतोष यादव, बैजनाथ साहू, मिथलेश साहू, अभिनाश सोनी, नलिन सिंह, राजभूषण झा, शिवम बड़ाइक, संजय सिंह आदि ने सराहनीय भूमिका निभायी.भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ पहुंचे मौसीबाड़ीB
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