पिपरवार. अशोक परियोजना कार्यालय के निकट ट्रांसपोर्टिंग रोड पर एलपी ट्रक चालकों की मनमानी की वजह से शनिवार को भारी जाम लग गया. जाम में एक स्कूल बस में बच्चे एक घंटा तक भूखे-प्यासे फंसे रहे. वहीं, अशोक परियोजना की कोयला ढुलाई भी प्रभावित हुई. जानकारी के अनुसार अपराह्न इंटरनेट स्लो हो जाने की वजह से आरएफआइडी सिस्टम काम नहीं कर रहा था. जिससे अशोक परियोजना कार्यालय सीआइएसएफ चेक पोस्ट से एकेटी कंपनी के पूर्व कैंप तक एलपी ट्रकों की लंबी लाइन लग गयी. टू लेन इस ट्रांसपोर्टिंग सड़क पर जहां ट्रकों की लाइन लगी थी. कुछ ट्रक चालक दूसरी लेन में ट्रकों को खड़ा कर दिया था. इसी बीच बच्चों से भरी स्कूल बस जाम में फंस गयी. इससे अशोक परियोजना जाने वाले सीसीएलकर्मियों को मार्ग बदल कर चिरैयाटांड़ हो कर जाना पड़ा. बाद में सुरक्षाबलों द्वारा जाम हटाया गया. जानकारी के अनुसार इस मॉनसून में दामोदर नद का टेढ़ी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से इससे आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है. लोकल सेल के वाहन, ट्रांसपोर्टिंग कार्य में लगे डंपर व आम वाहनों को ट्रांसपोर्टिंग पुल से ही आवागमन करना पड़ रहा है. ट्रांसपोर्टिंग पुल की भी जर्जर हालत को देखते हुए प्रबंधन ने पुल के पास सिक्योरिटी लगायी थी. पर, बाद में इसे हटा लिया गया. अब टेढ़ी पुल नहीं होने से बेंती पंचायत के दर्जन भर गांवों के लोगों को आवागमन में में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्कूली बच्चों ने बताया कि उन्हें ट्रक चालकों की मनमानी के कारण हमेशा परेशान होना पड़ता है. पंचायत के लोगों ने प्रबंधन से टेढ़ी पुल की मरम्मत होने तक ट्रांसपोर्टिंग पुल से भारी वाहनों का परिचालन रोकने की मांग की है.
इंटरनेट स्लो होने की वजह से आरएफआइडी सिस्टम काम नहीं कर रहा था
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