Sarhul 2025: रांची-सरहुल को धूमधाम से मनाने को लेकर बुधवार को केंद्रीय सरना समिति और केंद्रीय सरना संघर्ष समिति की बैठक हुई. सरहुल शोभायात्रा में पारंपरिक परिधान पहनने और सरहुल के दिन घरों में सरना झंडा लगाने की अपील की गयी. केंद्रीय सरना समिति (फूलचंद तिर्की गुट) की बैठक कचहरी स्थित कार्यालय में हुई. अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि सरहुल पर्व आदिवासियों का सबसे बड़ा त्योहार है. इस वर्ष 31 मार्च को उपवास रखा जाएगा. एक अप्रैल को पूजा एवं सरहुल शोभायात्रा निकाली जाएगी.
सरहुल शोभायात्रा में पहनें पारंपरिक परिधान-संजय तिर्की
केंद्रीय सरना समिति के महासचिव संजय तिर्की ने कहा कि सरहुल शोभायात्रा में लोग ढोल, नगाड़ा और मांदर के साथ निकलें. इसके साथ ही पारंपरिक परिधान ही पहनें. बैठक में सत्यनारायण लकड़ा, संजय तिर्की, भुनेश्वर लोहार, विमल कच्छप, विनय उरांव आदि शामिल थे.
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सरहुल शोभायात्रा की तैयारी पर हुई चर्चा
केंद्रीय सरना संघर्ष समिति की बैठक बुधवार को कांके रोड स्थित कार्यालय में हुई. बैठक में सरहुल की शोभायात्रा की तैयारी पर चर्चा हुई. समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि 30 मार्च को उपवास रखा जायेगा. उसी दिन नदी-तालाब से मछली-केकड़ा पकड़ने की परंपरा निभायी जाएगी. रात को घड़ा में जल रखाई कार्यक्रम होगा. 31 मार्च को पूजा होगी. एक अप्रैल को सरहुल की शोभायात्रा निकाली जायेगी.
पूजा के दिन घरों में लगाएं सरना झंडा-शिवा कच्छप
शिवा कच्छप ने सभी सरना धर्मावलंबियों से पूजा के दिन घरों में सरना झंडा लगाने की अपील की है. बैठक में सती तिर्की, संगीता गाड़ी, अनिता उरांव, भानु उरांव, कुईली उरांव, बसंती कुजूर, पार्वती टोप्पो, शोभा तिर्की आदि शामिल हुए.
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