रांची.
रांची जेसुइट सोसाइटी के तत्वावधान में रविवार को संत जेवियर्स कॉलेज में मैजिस अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान गुमला, सिमडेगा, खूंटी और लोहरदगा के 13 स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों को मैजिस अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि राज्य में नेतरहाट स्कूल का गौरवशाली इतिहास रहा है. हम दुमका, बोकारो और चाईबासा में नेतरहाट स्कूल की तर्ज पर और स्कूल खोलेंगे.500 चयनित बच्चों को प्लस टू के बाद दो साल का प्रशिक्षण दिया जायेगा
शिक्षा मंत्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि आज 13 स्कूलों के बच्चे सम्मानित हुए हैं. सरकार बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए काम कर रही है. शिक्षा में समानता हो, इसलिए सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस चलाये जा रहे हैं. भविष्य में इस तरह के और स्कूल चलाने की योजना है. सरकार की यह कोशिश भी है कि विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़ा जा सके. इसके लिए हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड से एमओयू किया गया है. 500 चयनित बच्चों को प्लस टू के बाद दो साल का प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्हें रोजगार से जोड़ा जायेगा.
मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता : अजीत खेस
सोसाइटी ऑफ जीसस के प्रोविंशियल फादर अजीत खेस ने कहा कि यह हम सभी के लिए खुशी की बात है. मेहनत, अनुशासन और उद्देश्यपूर्ण जीवन से हर शिखर को छूआ जा सकता है. उन्होंने थॉमस एल्वा एडिसन को उद्धृत करते हुए कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है. हमारे छात्रों ने असाधारण सफलता हासिल की है. हमारी शिक्षा सिर्फ बुद्धि के लिए नहीं, बल्कि आत्मा के विकास के लिए भी होती है. जेसुइट शिक्षा आपको दूसरों के लिए जीने का अर्थ बताती है. कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि आइपीएस असीम विक्रांत मिंज और अजय लिंडा ने भी संबोधित किया.
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