सिल्ली. उच्च विद्यालय बंता हजाम में एक ओर बिजली की आंख मिचौनी से पढ़ाई लिखाई में बाधित होती है. लेकिन दूसरी ओर विद्यालय में पिछले दो साल से सोलर बिजली के दर्जनों प्लेट विद्यालय के एक कमरे में धूल फांक रहे हैं. प्लेट के साथ बैटरी और अन्य उपकरण भी कमरे में बेकार पड़े हैं. विडंबना है कि आज तक इसको विद्यालय में इंस्टाल करने के लिए कोई नहीं आया है. यह भी आश्चर्य की बात है कि इसको किसने रखा किस योजना से इसे लाया गया है कौन लाया है, यह भी किसी को नहीं पता है. इस मामले में विद्यालय के प्राचार्य डॉ समीर हजाम ने बताया कि 2024 में चुनाव से पहले कुछ लोग आये थे, कहा कि विद्यालय में लगाने के सोलर सिस्टम है आपके यहां लगाया जायेगा. यह कह कर रख गये. कोई रिसीविंग तक नहीं ली. कौन थे ये लोग नहीं पता, आज तक कोई इसे लगाने के लिए फिर नहीं आया. नतीजा आज तक विद्यालय के एक कमरे में पड़ा हुआ है. प्रिंसिपल ने बताया कि उसी कमरे में लाइब्रेरी और आइटीसी लैब है. सामान रखे होने के कारण लाइब्रेरी और आइटीसी के उपयोग में विद्यार्थियों का काफी परेशानी होती है. कमरे के अभाव में पहले से ही स्कूल में परेशानी है. प्रिंसिपल ने बताया कि स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब सहित कई सुविधाएं का लाभ बिजली कटने के बाद बच्चों को नहीं मिलता है, लेकिन इस सोलर प्लेट के लग जाने से बच्चे इन सुविधाओं का लाभ निर्बाध ले सकते हैं. बीपीओ ने भी इस संबंध में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा है कि किस योजना के तहत विद्यालय में सोलर प्लेट रखे गये हैं, यह उनको भी नहीं पता है.
सोलर लाइट लगने से विद्यार्थियों की पढ़ाई नहीं होगी बाधित
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