प्रतिनिधि, डकरा.
सीसीएल के अंतर्गत चलनेवाले निजी वाहन चालकों का आंदोलन तीसरा दिन शुक्रवार को सड़क पर उतर गया. जिसके कारण एनके एरिया में वाहन नहीं चले. आंदोलन लंबा खींचते देख कुछ अधिकारी स्वयं वाहन चलाना शुरु कर दिये तो कुछ वाहन मालिक भी चालक बनकर अपने-अपने वाहन चलाने लग गये हैं. सुबह लगभग 100 की संख्या में चालक मानकी खेल मैदान में जुटे और जनता मजदूर संघ असंगठित के जोनल सचिव प्रताप यादव के नेतृत्व में मोटरसाइकिल जुलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए महाप्रबंधक कार्यालय पहुंचे. जुलूस देखकर सुरक्षाकर्मियों ने कार्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया. इसके बाद चालक गेट पर ही नारेबाजी करने लगे. बाद में महाप्रबंधक दिनेश कुमार गुप्ता की पहल पर चालक, वाहन मालिक और प्रबंधन के बीच त्रिपक्षीय वार्ता हुई. जिसमें वाहन मालिक सभी चालकों को 11 हजार रुपये महीना देने पर सहमति जतायी. लेकिन चालक 15 हजार रुपये की मांग पर अड़ गये, जिससे वार्ता विफल हो गयी. प्रताप ने कहा कि हमारी मांग नहीं मानी गयी तो शनिवार से पिपरवार, मगध-संघमित्रा, आम्रपाली-चंद्रगुप्त और राजहरा एरिया के चालक भी आंदोलन में शामिल होंगे. सोमवार से सभी एरिया के वाहन चालक काम करना बंद कर देंगे.प्रताप यादव वार्ता बैठक से निकले बाहर :
महाप्रबंधक ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रताप यादव से पूछा कि जब बुधवार को यूनियन ने 48 घंटे का समय दिया था, तो गुरुवार से ही वाहन क्यों बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि चार चालकों को काम से हटाने के विरोध में स्वत: आंदोलन शुरू हो गया. जीएम ने कहा कि जब यूनियन का कंट्रोल आंदोलन पर नहीं है तो क्यों यूनियन से बात की जाये?. इसके बाद प्रताप यादव ने कहा कि तब सीधे चालकों से ही बात करें और वार्ता छोड़कर बाहर निकल आये.चालक संघ का किया गया गठन :
आंदोलन को सुचारू रूप से चलाने के लिए जनता मजदूर संघ असंगठित चालक संघ का गठन किया गया. कमेटी में अजीत कुमार को अध्यक्ष, संतोष तुरी कार्यकारी अध्यक्ष, अमित कुमार, अजय कुमार उपाध्याय, गुड्डू कुमार सचिव, जलेश्वर यादव कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार चौहान, मंटू कुमार को संगठन मंत्री व सभी चालक को संघ का सदस्य मनोनीत किया गया है.04 डकरा 02 आंदोलन में शामिल चालक.
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