रांची. पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो ने राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मिलकर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय द्वारा राशि सरेंडर किये जाने के मामले की शिकायत की. डॉ महतो ने राज्यपाल को बताया कि राज्य सरकार द्वारा बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के बोकारो और धनबाद जिले स्थित राजकीय डिग्री महाविद्यालय गोमिया, टुंडी और जामाडोबा (झरिया) को पुस्तकालय के लिए 25-25 लाख तथा प्रयोगशाला के लिए 25-25 लाख रुपये यानी कुल डेढ़ करोड़ रुपये वित्तीय वर्ष 2024-25 में उपलब्ध कराया गया था. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से उक्त राशि का उपयोग नहीं हो पाया. उन्होंने जिम्मेदार पदाधिकारी और कर्मचारियों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि लॉ कॉलेज, धनबाद 1971 से संचालित है, जिसकी स्थापना झारखंड आंदोलन के मसीहा बिनोद बिहारी महतो ने की थी. वर्तमान में विधि महाविद्यालय में 12 सितंबर 2022 से तदर्थ शासी निकाय कार्यरत है और अब तक पूर्ण शासी निकाय का गठन नहीं हो पाया है. उन्होंने यह भी बताया कि 2019 से लॉ कॉलेज में स्थायी प्राचार्य नहीं है. प्रभारी प्राचार्य के कारण भी महाविद्यालय के संचालन में कठिनाइयां उत्पन्न हो रही हैं. इस महाविद्यालय का नाम बिनोद बिहारी महतो लॉ कॉलेज, धनबाद किया जाना उचित होगा. पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो के साथ राहुल कुमार, अमरदीप महाराज, चंद्रशेखर नायक, शशि शेखर और मनोज कपरदार ने राज्यपाल से मुलाकात की.
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