आर्य समाज मंदिर परिसर में टॉय लाइब्रेरी का हुआ उदघाटन
रांची. बाल विकास एवं मानसिक स्वास्थ्य संस्थान की पहल पर बुधवार को आर्य समाज मंदिर परिसर में विशेष बच्चों के लिए टॉय लाइब्रेरी ‘खिलौनालय’ का उदघाटन किया गया. इस नवाचारी पहल का शुभारंभ झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष ने किया. उन्होंने इसे समर्पण भाव से किया गया एक सराहनीय प्रयास बताया. यह टॉय लाइब्रेरी शून्य से छह वर्ष की आयु के विशेष बच्चों के लिए तैयार की गयी है. इसका उद्देश्य बच्चों के उपचार और विकास की प्रक्रिया को घर के वातावरण में भी निरंतर बनाये रखना है. विभिन्न प्रकार के संरचित व विकासोन्मुख खिलौनों के माध्यम से बच्चों को सीखने, समझने और अनुभव प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे. खिलौनों का चयन इस तरह किया गया है कि वे बच्चों की मोटर स्किल्स, संज्ञानात्मक क्षमताओं और संवेदी विकास को प्रोत्साहित करें. प्रत्येक शुक्रवार को खिलौनों का नवीनीकरण किया जायेगा. अभिभावक एक बार में एक खिलौना अधिकतम 15 दिनों के लिए घर ले जा सकते हैं.महंगे खिलौनों की नहीं पड़ेगी जरूरत
यह व्यवस्था विशेष रूप से उन परिवारों के लिए लाभकारी होगी जो महंगे चिकित्सकीय खिलौने नहीं खरीद सकते. इस पहल के माध्यम से न केवल बच्चों का विकास होगा, बल्कि चिकित्सकीय पद्धति को घर के अनुकूल वातावरण में भी लागू किया जा सकेगा. कार्यक्रम में उपस्थित दीपशिखा संस्था से जुड़े सदस्यों ने कहा कि यह टॉय लाइब्रेरी महज मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह बच्चों की दुनिया को समझने और उनसे संवाद स्थापित करने का माध्यम है. उन्होंने बताया कि ‘खिलौनालय’ का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर विशेष बच्चा, चाहे उसकी पारिवारिक स्थिति कैसी भी हो, विकास के अवसरों से वंचित न रहे. मौके पर सुधा लहिला, मंजु गुप्ता, डॉ अल्का निजामी, डॉ उमा सेनगुप्ता, डॉ मनीषा बुधिया, दीपशिखा की शिक्षिकाएं और अभिभावक उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है