डकरा. जनता मजदूर संघ असंगठित के जोनल सचिव प्रताप यादव के नेतृत्व में बुधवार को एनके एरिया में सीसीएल अंतर्गत चलनेवाले निजी वाहनों के चालकों ने हड़ताल की, जिससे आज पूरे दिन सीसीएल अधिकारियों की गतिविधियां ठप हो गयी. वाहन मालिकों द्वारा चालकों को कंपनी से मिलने वाला वेतन नहीं दिये जाने के विरोध में प्रताप यादव ने दो जुलाई को धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की थी, इस बीच 30 जून को प्रबंधन ने उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया था, जिसमें यह सहमति बन गयी थी कि चालकों को कंपनी से मिलने वाला वेतन दिलाया जाएगा. इस सहमति से नाराज चार वाहन मालिकों ने अपने चालकों को काम से निकाल दिया, जिसके विरोध में आज सभी चालक महाप्रबंधक कार्यालय पर जुटे और काम बंद कर दिया. अचानक चालकों की हड़ताल पर चले जाने से तीन दर्जन से अधिक सीसीएल अधिकारी अपने कार्यस्थल पर नहीं पहुंच सके. बाद में मुख्य कार्मिक प्रबंधक के बुलावे पर संघ के प्रतिनिधिमंडल ने प्रबंधन से वार्ता की. इसमें मांग रखी गयी कि काम से निकाले गये चालकों को वापस ड्यूटी पर रखा जाए. वहीं वाहन मालिकों ने निकाले गये चालकों को काम पर रखने से इंकार कर दिया और वार्ता विफल हो गयी. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रताप यादव, गोल्टेन प्रसाद यादव, डीपी सिंह, म़तोष सिंह ने कहा कि आज का आंदोलन शाम को स्थगित कर दिया गया है. हमलोगों ने प्रबंधन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया हैं और कहा है कि तय समय सीमा के अंदर निकाले गए चालकों को काम पर नहीं रखा गया तो 48 घंटे बाद एनके एरिया के साथ-साथ पिपरवार, मगध-संघमित्रा, आम्रपाली-चंद्रगुप्त, रजाहरा एरिया में चलने वाले वाहनों को भी बंद करा दिया जायेगा. इस अवसर पर लगभग 50 चालक भी मौजूद थे.
कंपनी देती है 22 हजार चालक को मिलता है 9 हजार
चालकों ने बताया कि हमलोगों को वेतन के मद में कंपनी 22 हजार रुपए मासिक देती है, लेकिन मालिक मात्र नौ हजार रुपए ही देते हैं. बताया कि सभी मालिकों ने अपने रिश्तेदारों का अकाउंट नंबर देकर रखा है. कुछ मालिक अपने चालकों का अकाउंट नंबर दिया है, लेकिन वेतन का पैसा उसमें आते ही 13 हजार रुपये वापस ले लिया जाता है. इस शोषण के विरुद्ध हमलोग अब आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.अधिकारी मिले हुए हैं : प्रताप
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रताप यादव ने कहा कि चालकों के शोषण में अधिकारी व वाहन मालिक से मिले हुए हैं और दिखावा कर रहे हैं कि मालिक उनकी बात नहीं सुन रहा है. कहा कि दोनों मिल कर एक चालक से लगातार 15-16 घंटे काम कराते हैं. सीसीएल में जितना बड़ा अधिकारी है वह उतना ही बड़ा चालकों का शोषक है, क्योंकि ऐसे लोगों के पारिवारिक सदस्य भी चालकों से काम लेते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है