अनगड़ा.
जोन्हा श्रीराम मंदिर में आयोजित श्रीरामकथा के तीसरे दिन श्रीराम के जन्म लेते ही पूरा पंडाल जयकारे से गूंज उठा. अयोध्या की कथावाचिका सुश्री शैलप्रिया ने मार्यदा पुरुषोत्तम के जन्म का प्रसंग सुनाया. कहा कि जब-जब भी धर्म का पतन और धरती पर पाप बढ़े हैं तथा असुरों के अत्याचार बढ़े हैं, तब-तब श्री हरि ने अवतरित होकर सत्य और धर्म की स्थापना की है. शैलप्रिया ने कहा कि मनुष्य जीवन प्राणी को बार-बार नहीं मिलता है. इसलिए कलयुग में दया, धर्म और भगवान के स्मरण से ही भवसागर पार हो सकते हैं. मनुष्य जीवन का महत्व समझते हुए सत्कर्मों पर चलें. राम ने बाल्यावस्था से ही असुरों का नाश किया. उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन चरित्र अनंत काल तक सुना व प्रेरित करता रहेगा. राम कथा में पिता, मां और भाई के प्रति प्रभु का जो स्नेह प्रेम रहा, वह सदा के लिए अमर है. मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष संतोष साहू, बलराम साहू, प्रदीप साहू, सीताराम साहू, मधुसूदन साहू, निवारण साहू, किशोर साहू, विकास साहू, अजय मंडल, चंद्रभूषण भुइयां, पंकज गुप्ता, परमेश्वर साहू, नेपाली साहू, महिपाल पातर, विनोद मिश्रा, उदय साहू, विनय साहू, राजेश साहू, कृष्णा साहू, मनोज साहू, संदीप साहू आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है