रांची. अखिल भारतीय किसान सभा राष्ट्रीय काउंसिल के सदस्य सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने नौ जुलाई को ट्रेड यूनियनों की ऑल इंडिया हड़ताल का समर्थन किया है. श्री मेहता ने कहा कि उपनिवेशवाद के बाद देश में आज पूंजीवाद का खतरा मंडरा रहा है. बढ़ते निजीकरण के साथ ही कृषि सेक्टर और श्रमिक अधिकारों पर हो रहे हमलों से देश में अराजकता की स्थिति है. यह हड़ताल ऐतिहासिक होगी और पूंजीवाद, निजीकरण, जल-जंगल और जमीन बचाने की यह लड़ाई ऐतिहासिक होगी. आपको बता दें कि इस अखिल भारतीय हड़ताल को देश की प्रमुख विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने भी अपना समर्थन दिया है.
हड़ताल को सफल बनाने के लिए राजनीतिक दलों से मांगा समर्थन
रांची.
किसान व मजदूरों की नौ जुलाई को होनेवाली देशव्यापी हड़ताल को लेकर वामदलों ने झामुमो, कांग्रेस और राजद के राज्य नेतृत्व से अलग-अलग मुलाकात की. साथ ही हड़ताल को सफल बनाने के लिए उनसे समर्थन मांगा. वामदलों ने बताया कि चार लेबर कोड, किसान बिल और आम लोगों से जुड़ी 17 सूत्री मांगों को लेकर यह हड़ताल बुलायी जा रही है. वामदलों ने झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश व कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव से मुलाकात कर हड़ताल को समर्थन देने की अपील की. वहीं, वाम दलों ने जानकारी दी है कि ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर हड़ताल के समर्थन में वामदलों के कार्यकर्ता पूरे झारखंड में सड़कों पर उतरेंगे. शिष्टमंडल में वामदलों की ओर से प्रकाश विप्लव, सुभेंदु सेन, अजय सिंह, समीर दास और अमल आजाद शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है