प्रतिनिधि, मांडर.
मांडर प्रखंड के बसकी व मसमानो गांव के ग्रामीणों को बसकी नदी पर बना छलका पुल से आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. बारिश के दिनों में छलका पुल के ऊपर से बह रहा है. जिससे दोनों गांव के ग्रामीण प्रखंड मुख्यालय, स्कूल, कॉलेज, बाजार व हाट, अस्पताल और एनएच से कठ जाते हैं. प्रखंड मुख्यालय व दोनों गांव को जोड़नेवाली यह एकमात्र सड़क है. ग्रामीणों को एक-दूसरी ओर आनेजाने के लिए बारिश बंद होने व छलका पुल से पानी कम होने का इंतजार करना पड़ता है. छलका पुल से पानी का अधिक बहाव होने के समय ग्रामीणों को एनएच 75 से मुड़मा-सुरसा होते हुए बसकी व मसमानों गांव को जोड़नेवाली सड़क टोटांबी होते हुए 25 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि छलका पुल कम ऊंचा होने के कारण बारिश के दिनों में प्रत्येक वर्ष आवागमन में काफी परेशानी होती है. ग्रामीण कई बार बसकी नदी में जनप्रतिनिधियों व स्थानीय प्रशासन से उच्चस्तरीय पुल के निर्माण की मांग कर चुके हैं. लेकिन कोई पहल नहीं की गयी है.मांडर 1, बसकी नदी का छलका पुल.B
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