पिपरवार. बचरा साइडिंग में कार्यरत हेम्स कंपनी के मजदूरों का आंदोलन शनिवार को छठे दिन भी जारी रहा. प्रबंधन इनकी सुध नहीं ले रहा है. ये मजदूर ड्यूटी के साथ-साथ अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं. मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से मजदूर प्रबंधन की कार्यशैली से काफी दुखी हैं. मजदूरों का यह दु:ख प्रबंधन के लिए सिर दर्द बन सकता है. मजदूर बताते हैं कि उनसे महीने भर काम लिया जाता है. पर, वेतन 15 से 20 दिनों का ही दिया जाता है. सीएमपीएफ स्कीम बंद हो जाने से उनका भविष्य अंधकार में है. प्रबंधन द्वारा बताया जाता है कि हेम्स कंपनी के अधिकारी सात जुलाई को आयेंगे, तो उनसे वार्ता होगी. मजदूर भी सात जुलाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं. पहले जहां इन मजदूरों को एचपीसी के तहत 21-22 हजार वेतन मिलते थे. वहीं अब न्यूनतम मजदूरी के भी लाले पड़ गये हैं. प्रबंधन भी यही आश्वासन देता आया कि पहले 6-7 रैक कोयला डिस्पैच होता था, अब दोनों-तीन रैक पर सिमट गये हैं. ऐसे में मजदूर अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि जब उनसे पूरा काम लिया जाता है, तो उन्हें पूरा वेतन क्यों नहीं मिलना चाहिए?
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