रांची.
दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग हो रही है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने भारत सरकार से आग्रह करते हुए कहा है कि भारत रत्न सिर्फ एक सम्मान नहीं, बल्कि यह उस विरासत का मूल्यांकन है, जिसने देश के एक बड़े हिस्से को उसकी पहचान और अधिकार दिलाया. दिशोम गुरु का जीवन और संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है. उनका सम्मान पूरे झारखंड के सम्मान से जुड़ा है. गुरुजी को भारत रत्न देना न सिर्फ झारखंड, बल्कि पूरे देश के आदिवासी समाज को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने की मांग
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा है कि भारत सरकार गुरुजी को भारत रत्न से सम्मानित करे. इसके लिए राज्य सरकार पहल करे और केंद्र को औपचारिक अनुशंसा पत्र भेजे. श्री ठाकुर ने कहा है कि दिशोम गुरु झारखंड की आत्मा थे. आने वाली पीढ़ियां गर्व कर सके, इसके लिए चार प्रमुख मांगें हैं. गुरुजी को भारत रत्न से सम्मानित करने के अलावा नेमरा और रांची में राजघाट की तर्ज पर समाधि स्थल का निर्माण होना चाहिए. मोरहाबादी स्थित उनके आवास को राजकीय स्मारक घोषित किया जाये और शिबू सोरेन की जीवनी को झारखंड के स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये.
पूर्णिया से लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने भी की अपील
बिहार के पूर्णिया से लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने कहा कि शिबू सोरेन ने अपना पूरा जीवन आदिवासियों के उत्थान के लिए काम करने में लगा दिया. भारत सरकार गुरुजी को भारत रत्न का सम्मान दे. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुजी को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की अपील करता हूं.
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