रांची. झारखंड यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (जुटान) की बैठक रविवार को ऑनलाइन हुई. इसकी अध्यक्षता जगदीश लोहरा ने की. बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि सरकार अगर प्रोन्नति पर कोई विचार नहीं करती है तो 16 अगस्त से आंदोलन होगा. जुटान के सदस्यों ने कहा कि स्टैच्युट (नियम परिनियम) के अनुसार पीएचडी के साथ सर्विस में आने वालों को 2023 में और बिना पीएचडी के सर्विस में आने वालों को 2025 के मार्च में यूनिवर्सिटी प्रोफेसर बन जाना था. किंतु जिस मंथरा गति से काम हो रहा है, उस गति से सभी लोग बिना उचित प्रोन्नति के ही रिटायर हो जायेंगे.
स्टेयरिंग कमेटी का गठन
आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय करने के लिए स्टेयरिंग कमेटी का भी गठन कर दिया गया. कमेटी में सिदो-कान्हू विवि से डॉ संजय प्रियम्वद, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि के डॉ भृगुनंदन सिंह, रांची विवि के डॉ उमेश कुमार, नीलांबर-पीतांबर विवि की डॉ ऋचा सिंह, कोल्हान विवि के डॉ अशोक कुमार रवानी व इंदल पासवान के अलावा विनोबा भावे विवि के डॉ रणजीत कुमार दास को शामिल किया गया है. बैठक में तय किया गया कि आंदोलन को राज्यव्यापी बनाने के लिये आठ जुलाई से जुटान के अध्यक्ष जगदीश लोहरा और विनोबा भावे के शिक्षक नेता डॉ सुबोध सिंह शिवगीत दौरा करेंगे. आठ अगस्त से कार्य बहिष्कार और 16 अगस्त से उग्र आंदोलन किया जायेगा. ऑनलाइन बैठक में पृथ्वीराज नायक, डॉ समीरा सिनहा, डॉ संगीता बिरुआ, डॉ किरण, डॉ लाडली, डॉ विनय भरत, डॉ घनश्याम, डॉ रणजीत समेत कई शिक्षक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है