रांची. राज्य में 3181 पदों (नियमित व बैकलॉग रिक्ति ) पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) की नियुक्ति की जायेगी. इसमें 3020 नियमित तथा 161 पद बैकलॉग रिक्ति के हैं. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से 11 अगस्त से लेकर 10 सितंबर की मध्य रात्रि तक एएनएम प्रतियोगिता परीक्षा-2025 का ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की तिथि घोषित की गयी है. उक्त निर्धारित तिथि के दौरान अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन, सूचना दर्ज करने, परीक्षा शुल्क का भुगतान करने, फोटो व हस्ताक्षर अपलोड कर आवेदन पत्र का प्रिंट आउट लिया जा सकेगा. अशुद्ध प्रविष्टि में सुधार के लिए 11 से 12 सितंबर की मध्य रात्रि तक लिंक उपलब्ध रहेगा. अभ्यर्थियों से कहा गया है कि नियुक्ति से संबंधित प्रकाशित विवरणिका (विज्ञापन) की शर्त के अनुसार ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकेंगे. अभ्यर्थी विवरणिका में अंकित अर्हता के अनुसार शैक्षणिक योग्यता व निर्धारित आयु सीमा के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं.
बैकलॉग के 161 पदों पर होगी नियुक्ति, परीक्षा शुल्क 100 रुपये
बैकलॉग रिक्ति के तहत पश्चिम सिंहभूम में 09, गिरिडीह में 83, लातेहार में 15, गोड्डा में 13, पलामू में 15, साहिबगंज में 01, दुमका में 12 तथा सरायकेला-खरसावां जिला में 13 रिक्ति पर नियुक्ति होगी. परीक्षा शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है. झारखंड राज्य के अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों के लिये शुल्क 50 रुपये रहेगा. राज्य के 40 प्रतिशत अथवा इससे अधिक नि:शक्तता वाले दिव्यांग अभ्यर्थियों को शुल्क में छूट अनुमन्य है. झारखंड के स्थानीय निवासी अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति कोटि से इतर कोटि के अभ्यर्थियों द्वारा रियायती दर पर शुल्क जमा करने की स्थिति में आवेदन पत्र रद्द कर उनकी अभ्यर्थिता समाप्त की जा सकती है.
एक चरण में होगी परीक्षा
जेएसएससी द्वारा ओएमआर आधारित या कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी मोड) ली जायेगी. परीक्षा एक चरण (मुख्य परीक्षा) में होगी, जिसमें सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ व बहुविकल्पीय होंगे. प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा और निगेटिव मार्किंग नहीं होगी. परीक्षा हिंदी/अंग्रेजी भाषा में एक घंटे की होगी, जिसमें कुल 50 प्रश्न पूछे जायेंगे. लिखित परीक्षा में न्यूनतम अर्हतांक से कम अंक पाने वाले अभ्यर्थी मेधा सूची में शामिल नहीं होंगे. अनारक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम 40 प्रतिशत, अनुसूचित जाति/जनजाति व महिला के लिए 32 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 34 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग (बीसी-2) के लिए 36.5 प्रतिशत तथा आदिम जनजाति के लिए 30 प्रतिशत निर्धारित है. संविदा पर कार्यरत कर्मियों के लिए न्यूनतम अर्हतांक का प्रावधान शिथिल रहेगा. मेधा सूची लिखित परीक्षा, मैट्रिक, इंटरमीडिएट, तकनीकी प्रशिक्षण व संविदा कार्यानुभव के आधार पर तैयार की जायेगी. इसमें लिखित परीक्षा के लिए अधिकतम 50 अंक, तकनीकी प्रशिक्षण के लिए 10 अंक, शैक्षणिक योग्यता के लिए 40 अंक तथा सरकारी अस्पतालों में कार्यानुभव के लिए अधिकतम 50 अंक (प्रति पूर्ण वर्ष पर 5 अंक) निर्धारित हैं. कुल 150 अंकों के आधार पर अंतिम सूची तैयार की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है