सिल्ली.
उच्च विद्यालय बंता-हजाम में पिछले दो वर्षों से एक शौचालय बनकर तैयार है. लेकिन आज तक इसका लाभ बच्चों को नहीं मिला. शौचालय बनने के बाद इसके टैंक के ढक्कन की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि अपने आप ही टूटकर धंस गये. बाद में शौचालय का पिछला हिस्सा भी टूट गया. इस कारण आज तक इस शौचालय का लाभ विद्यालय को नहीं मिला. अलबत्ता इस शौचालय के निर्माण किये जाने के कारण उस जगह स्कूल में जमीन भी बेकार हो गयी है. प्रधानाध्यापक डॉ समीर हजाम ने बताया कि शौचालय किस मद से बना है, यह उनको नहीं पता है. लेकिन करीब दो साल पहले से शौचालय बना है. जिसके बाद से एक दिन भी इसका उपयोग नहीं किया गया है. प्रधानाचार्य ने बताया कि विद्यालय परिसर में बेकार शौचालय और जर्जर भवन को हटा दिया जाये तो वहां नवनिर्माण कराया जा सकता है. विद्यालय में पुस्तकालय और क्लास रूम की कमी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है