रांची. झारखंड प्रदेश कांग्रेस इन दिनों दोहरी चुनौतियों का सामना कर रही है. एक ओर जहां संगठन सृजन अभियान के तहत पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की कवायद जारी है, वहीं दूसरी ओर मंत्री और विधायकों के बीच की बयानबाजी और विरोधाभास पार्टी की किरकिरी का कारण बन रहे हैं. प्रदेश प्रभारी के राजू लगातार झारखंड का दौरा कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं में संगठन के प्रति नयी ऊर्जा भरने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, पार्टी के अंदर का माहौल कुछ और ही बयां कर रहा है.
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में तीखी बहस हुई थी
हाल ही में आयोजित पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में बंधु तिर्की और फुरकान अंसारी के बीच रिम्स-2 के निर्माण और पेसा कानून को लेकर तीखी बहस हुई. प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में ही तू-तू, मैं-मैं की नौबत आ गयी. पेसा कानून को लेकर पार्टी के एक विधायक व एक अन्य नेता ने फुरकान अंसारी का खुलकर समर्थन किया. वहीं, बंधु तिर्की अब भी रैयतों के पक्ष में रिम्स-2 निर्माण का विरोध कर रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस के मंत्री डॉ इरफान अंसारी उसी जगह रिम्स-2 की वकालत कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के बेटे कृष अंसारी द्वारा रिम्स और अन्य अस्पतालों का निरीक्षण किये जाने को लेकर भी विपक्षी दलों ने तीखा हमला बोला है. विपक्ष का आरोप है कि बिना पद के कोई व्यक्ति अस्पतालों का निरीक्षण कैसे कर सकता है. विधायक राजेश कच्छप द्वारा सीओ के सामने मुख्य सचिव का पत्र फेंकने की घटना ने भी पार्टी को असहज कर दिया है.
प्रदेश अध्यक्ष ने दी सफाई
विवादों के तूल पकड़ने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने मीडिया के सामने सफाई दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट है. हमारे मंत्री, विधायक और नेता आपसी विचार-विमर्श से काम कर रहे हैं. कुछ विषयों पर भिन्न मत हो सकते हैं, लेकिन हमारा उद्देश्य एक है-जनता की सेवा और संगठन की मजबूती.
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