रांची. झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कहा कि मोदी सरकार को यह देश को बताना चाहिए कि चहेते उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को क्यों उनकी कुर्सी से धकेल दिया गया. देश के संसदीय इतिहास में यह अपने तरह की पहली घटना है, जब एक उपराष्ट्रपति को दो साल पहले इस्तीफा देने के लिये बाध्य किया गया. सोमवार को हरमू स्थित पार्टी के कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री भट्टाचार्य ने कहा कि सदन की कार्यवाही का पूरा आकलन करने पर साफ होता है कि खुद उपराष्ट्रपति विपक्ष को प्रोजेक्शन देना चाह रहे थे. साथ ही सदन की कार्यवाही सूची में ऑपरेशन सिंदूर और सेना के पराक्रम को सूचीबद्ध नहीं किये जाने से वे दुखी थे. कार्यवाही के दौरान जेपी नड्डा ने आसन को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ जाट समाज से आते हैं. किसानों का हित उनके लिये सर्वोपरि था. वे तीन किसान बिल के विरोधी थे. यही कारण रहा कि उनकी अनुपस्थिति में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश को आसन में बैठाकर रातों-रात ये बिल पास कराये गये. फिर भी अंततः सरकार को इन बिलों को वापस लेना पड़ा.
एक भी झारखंडी मतदाता को कम नहीं होने देंगे
बिहार के बाद झारखंड में शुरू होने जा रहे मतदाता पुनरीक्षण कार्य पर सवाल खड़े करते हुए श्री भट्टाचार्य ने कहा कि यह बिहार नहीं है. झारखंड में एक भी झारखंडी मतदाता को कम नहीं होने देंगे. सुप्रीम कोर्ट से इडी को नंगा करने के बाद अब भाजपा इलेक्शन कमीशन का सहारा लेकर ही चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है, मगर यह होने नहीं दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है