Train Accident in Jharkhand| बरहेट/बरहरवा (साहिबगंज), नागराज साहा/विकास कुमार : झारखंड में कोयला लोड मालगाड़ियों की आमने-सामने की टक्कर में 2 ड्राइवर जिंदा जल गये. एक ड्राइवर समेत 5 लोग घायल हुए हैं. घटना साहिबगंज जिले के बरहेट के सोनाजोड़ी के समीप हुई है. एमजीआर रेलवे लाइन पर हुई इस भीषण रेल दुर्घटना में मालगाड़ी के 2 ड्राइवरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. एक मालगाड़ी के ड्राइवर सहित कुल 5 लोग बुरी तरह से झुलस गये हैं. घायलों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहेट में चल रहा है. उधर, रेलवे ने इस दुर्घटना से पल्ला झाड़ लिया. पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी ने प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) को फोन पर बताया कि एमजीआर रेलवे लाइन एनटीपीसी के अधीन है. इस घटना से रेलवे का कोई लेना-देना नहीं है.
ललमटिया से कोयला लोड कर एनटीपीसी फरक्का जा रही थी मालगाड़ी
सोमवार की देर रात गोड्डा के ललमटिया से कोयला लोड मालगाड़ी पश्चिम बंगाल के फरक्का एनटीपीसी जा रही थी. बरहेट के सोनाजोड़ी के समीप लूप लाइन पर खाली मालगाड़ी खड़ी थी. इसी दौरान कोयला लोड मालगाड़ी लूप लाइन पर आ गयी और खड़ी मालगाड़ी से उसकी सीधी टक्कर हो गयी. टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि मालगाड़ी के 5 वैगन पटरी से उतर गये. मालगाड़ी के इंजन में आग लग गयी और खाली मालगाड़ी के ड्राइवर अंबुज महतो और कालेश्वर माल की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
मृत ड्राइवरों में एक बोकारो और एक बंगाल के
अंबुज महतो झारखंड के बोकारो सेक्टर-9 के रहने वाले थे. कालेश्वर माल पश्चिम बंगाल के निवासी थे. उधर, दूसरी मालगाड़ी का ड्राइवर जीके नाथ भी बुरी तरह से झुलस गये. उनके साथ मौजूद मजदूर उदय मंडल (पश्चिम बंगाल), इसराउल शेख, जितेंद्र कुमार, रवि घोष और शाहिद बुरी तरह से घायल हो गये हैं.
दुर्घटना से रेलवे को करोड़ों का नुकसान
मामले की जानकारी मिलते ही एनटीपीसी के अधिकारी, रेलवे के अधिकारी और बरहेट थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. आग बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया. दमकल वाहनों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इस घटना में रेलवे को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारियों ने मामले की जांच करने की बात कही है. साथ ही इस घटना पर शोक व्यक्त किया है.
पूर्व रेलवे के सीपीआरओ ने जारी किया बयान
प्रभात खबर से खास बातचीत में सीपीआरओ दीप्तिमय दत्ता ने कहा कि इस लाइन की सारी जवाबदेही, जिसमें मेंटेनेंस और ऑपरेशन शामिल हैं, एनटीपीसी की है. यहां तक की कर्मचारी भी उसी के हैं. एनटीपीसी ने मालदा एवं साहिबगंज रेलवे के अधिकारियों से संपर्क कर मदद मांगी है. रेलवे के अधिकारी उनकी मदद कर रहे हैं. सीपीआरओ ने कहा है कि इसके लिए भारतीय रेलवे किसी भी तरह से जवाबदेह नहीं है. उन्होंने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है.
इसे भी पढ़ें
1 अप्रैल को 44.50 रुपए सस्ता हो गया एलपीजी सिलेंडर, आपके शहर में आज क्या है कीमत, यहां चेक करें