चौका. ईचागढ़ प्रखंड अंतर्गत बांदु गांव के डुंगरीहीह टोला में डायरिया से एक दर्जन लोग आक्रांत हैं. ग्रामीणों के अनुसार, सरकारी चिकित्सा के अभाव में लोग निजी अस्पताल में इलाज कराने को विवश हैं. मरीजों का चौका के निजी क्लिनिक में इलाज कराया जा रहा है. ईचागढ़ के पातकुम स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बेड की कमी के कारण चेयर पर मरीजों को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है. शुक्रवार को ईचागढ़ के पातकुम स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भारती देवी, नीचल माझी, सुमित्रा मांझी, बुधनी मांझी, रथी मांझी, गुलठू मांझी एवं घासनी मांझी का इलाज चल रहा है. वहीं चौका के दो निजी क्लिनिक में बीते गुरुवार को डायरिया के चार मरीज भर्ती थे. ठीक होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि अस्पताल में दवा नहीं रहने से बाहर से दावा खरीदना पड़ रहा है. गांव में लोग मरीज को निजी वाहन व बाइक से अस्पताल पहुंचा रहे हैं.
सूचना पर टीम ने गांव का किया दौरा :
डायरिया के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में दौरा किया. ग्रामीणों से शुद्ध पेयजल, पानी को उबालकर पीने, ओआरएस का घोल बनाकर पीने, घर के आस-पास साफ-सफाई रखने तथा जल जमाव नहीं रखने की सलाह दी गयी. साथ ही डायरिया मरीज के कपड़ा को सार्वजनिक जलाशय नहीं धोने के लिए कहा गया. चिकित्सा प्रभारी डाॅ शेखर चौधरी ने बताया कि बीते 3 दिन से गांव में डायरिया फैला है. टीम मरीजों का इलाज कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है