खरसावां.
कुचाई प्रखंड के अरुवां गांव में शनिवार को देर रात तीन दिवसीय चैत्र पर्व सह छऊ नृत्य शुरू हुआ. चैत्र पर्व की शुरुआत जामडाली व गणेश नृत्य के साथ शुरू हुई. इसके बाद अरुवां गांव के कुम्हार टोली व सरदार टोली के कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत किया. कलाकारों ने पौराणिक व सामाजिक थीम पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया. कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला पर आधारित माखन चोरी, राधा-कृष्ण के प्रेम रस पर आधारित माया बंधन, नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जीवनी पर आधारित चलो दिल्ली आदि नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा. कलाकारों ने छऊ नृत्य के माध्यम से जीवन के हर उतार चढ़ाव को प्रदर्शित किया.अरुवां में 117 साल से हो रहा छऊ नृत्य
छऊ नृत्य का समापन 15 अप्रैल की सुबह होगा. यहां पिछले 117 वर्षों से मेला व छऊ नृत्य का आयोजन हो रहा है. छऊ नृत्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान मंदिर समिति के अध्यक्ष सह उप प्रमुख सुखदेव सरदार, रमेश सरदार, नरेश सिंहदेव, ग्राम प्रधान दुलाल स्वांसी, बासुदेव सरदार, हरिचरण सरदार, विशकेशन कुम्हार, ठाकुर प्रमाणिक, सीताराम सरदार, अर्जुन सरदार, सोम कुम्हार, नागेश्वर पांडेय, रमाचंद्र मुंडा, शिव कुम्हार आदि उपस्थित थे.
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