धीरज सिंह.
सरायकेला के जगन्नाथ मंदिर में इस वर्ष महाप्रभु जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र व सुभद्रा के साथ नये रथ पर विराजमान होंगे. 15 लाख रुपये से नये रथ का निर्माण होगा. रथ निर्माण में 250 सीएफटी लकड़ी लगेंगे. नये रथ निर्माण को लेकर जगन्नाथ सेवा समिति ने पहल शुरू कर दी है. अक्षय तृतीया के दिन वैदिक पूजा- अर्चना के साथ नये रथ का निर्माण शुरू होगा. इस अवसर पर सरायकेला विधायक सह पूर्व सीएम चंपाई सोरेन भी शामिल होंगे.आठ पहिए का बनेगा रथ:
सरायकेला में भगवान जगन्नाथ का रथ पहले चार पहियों का था. अब यह आठ पहियों का होगा. रथ की ऊंचाई 21.5 फीट, लंबाई 16 फीट व चौड़ाई 14 फीट होगी. इस वर्ष भगवान जगन्नाथ श्री मंदिर से नये रथ पर भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ मौसीबाड़ी जाएंगे. रथ का निर्माण साल व धौ (धौला) लकड़ी से किया जायेगा.पुरी की तर्ज पर बनेगा रथ, ओडिशा के कारीगर करेंगे निर्माण
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए इस वर्ष पुरी की तर्ज पर रथ का निर्माण होगा. रथ का निर्माण करने के लिए ओडिशा के कोणार्क शहर से कुशल कारीगरों को बुलाया गया है. ये कारीगर भगवान के भव्य रथ का निर्माण करेंगे.350 वर्ष पुरानी है सरायकेला की रथयात्रा
सरायकेला की रथयात्रा लगभग 350 वर्ष पुरानी है. सरायकेला रियासत के स्थापना के बाद ओडिशा के ढेंकानाल से महापात्र परिवार ने भगवान के विग्रहों को सरायकेला लाया था. उस समय के तत्कालीन राजा ने मंदिर का निर्माण कराया था. उत्कलीय कला पर आधारित यहां पर भव्य मंदिर का निमार्ण किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है