सरायकेला. जिले में 10 से 25 अगस्त तक फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जायेगा. इसे लेकर समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति सह टास्क फोर्स की बैठक हुई. बैठक में फाइलेरिया की वर्तमान स्थिति, अभियान की कार्ययोजना व जनजागरुकता को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. बैठक के दौरान जिला वीबीडी सलाहकार तनुस्मिता नायक ने पीपीटी के माध्यम से जिला में फाइलेरिया की स्थिति एवं पूर्ववर्ती प्रयासों की जानकारी दी गयी. डीसी ने सभी दवा प्रशासकों को प्रशिक्षण देने और संसाधनों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. डीआरसीएचओ डॉ. भागन हेम्ब्रम ने बताया कि अभियान के तहत 1752 बूथों पर 10 अगस्त को दवा खिलायी जायेगी, जबकि 11 से 25 अगस्त तक 3504 प्रशिक्षित दवा प्रशासक घर-घर जाकर 11,81,856 लोगों को दवा खिलाएंगे. 69 उच्च जोखिम वाले गांवों में 100% आबादी को दवा देना लक्ष्य होगा. बैठक के बाद डीसी व सिविल सर्जन डॉ. सीपी सिंह ने जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह रथ प्रत्येक प्रखंड में तीन दिनों तक भ्रमण कर फाइलेरिया से बचाव संबंधी जानकारी देगा. बैठक में निदेशक, डीआरडीए डॉ. अजय तिर्की, सिविल सर्जन डॉ. सी.पी. सिंह, संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए गंभीरता से काम करें स्वास्थ्य कर्मी
आगामी 10 से 25 अगस्त तक राजनगर प्रखंड में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए-आइडीए अभियान चलेगा. राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को सुपरवाइजरों के लिए प्रशिक्षण आयोजित हुआ. इसकी अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रश्मि बाड़ा ने की. प्रशिक्षक विश्वजीत महतो ने दवाओं के वितरण की प्रक्रिया व आवश्यक सावधानी के बारे में जानकारी दी. लोगों को अलबेंडाजोल समेत फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराना होगा, ताकि इस बीमारी को जड़ से समाप्त किया जा सके. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रश्मि बाड़ा ने स्वास्थ्यकर्मियों से अभियान को सफल बनाने के लिए गंभीरता से कार्य करने का निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है