खरसावां.
खरसावां में गुरुवार की देर शाम तेज हवा से कई जगहों की पेड की टहनियां टूट कर गिर गयी. साथ ही बिजली के तार भी जगह-जगह टूट कर गिर गये. मेघ गर्जन के कारण कुछ स्थानों पर बिजली पोल के इंसुलेटर भी पंक्चर हो गये. हवा में पेड़ की टहनियां बिजली के तार से सटने से जगह जगह पर बिजली के मेन लाइन में फॉल्ट आ गयी. इससे खरसावां के ग्रामीणों क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बाधित रही. बिजली की आपूर्ति चरमराने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.पोटका पीएसएस क्षेत्र में कई जगह लाइन में आयी फॉल्ट
खरसावां के पोटका (बुरुडीह) पावर सब स्टेशन क्षेत्र में बिजली उपभोक्ताओं को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा. यहां जगह-जगह पर बिजली के लाइन में फॉल्ट आ गयी. पोटका, बुरुडीह, हांसदा, गोजुडीह, देवली, बिटापुर, रेंगोगाड़ा, बड़गांव, रायडीह, चिलकु, बंदीराम समेत आस पास के गांवों में करीब 20 घंटे तक बिजली गुल रही. इससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा. शुक्रवार को बिजली मिस्त्रियों ने दिन भर मशक्कत करने के बाद जा कर फॉल्ट को दूर किया. शुक्रवार को दोपहर दो बजे के बाद एक-एक गांवों में बिजली की आपूर्ति शुरू की.
बड़ाबांबो क्षेत्र में भी बिजली आपूर्ति बाधित रही
बड़ाबांबो क्षेत्र के गांवों में भी गुरुवार को रातभर बिजली गुल रही. गोंडामारा-सामुरसाही पीएसएस के मेनलाइन में फॉल्ट आने के कारण बड़ाबांबो क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई थी. खरसावां की हरिभंजा व रिडींग पंचायत के गांवों में गुरुवार को पूरी रात बिजली की आपूर्ति ठप रही. गुरुवार की सुबह बिजली की आपूर्ति शुरू हुई. परंतु शाम होते ही फिर एक बार बिजली की आंख मिचौली शुरू हो गयी.
बारिश से साप्ताहिक हाट पर पड़ा असर, नाली जाम
सरायकेला में शुक्रवार को मेघ गर्जन के साथ बारिश हुई. शाम में बारिश होने से शुक्रवार को लगने वाली साप्ताहिक बाजार में असर पडा. दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें समेटने लगे. गैरेज चौक से बिरसा चौक जाने वाली सड़क पर हाटसाही के समीप मुख्य सड़क पर बारिश का पानी जमा हो गया. सडक पर पानी जमा होने का मुख्य कारण नाली की साफ-सफाई न होना है.खरसावां में दिनभर छाये रहे बादल, शाम में बारिश
खरसावां में शुक्रवार को भी मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदला रहा. शुक्रवार की सुबह ठंडी हवा चलने के साथ बूंदाबांदी हुई. इसके बाद दिनभर आसमान में बादल छाये रहे. पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए. दोपहर दो बजे के बाद फिर एक बार मौसम ने करवट ली. देखते ही देखते आसमान में काले घने बादल छाने के साथ ठंडी हवा चलने लगी. देर शाम को मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश भी हुई. इसके साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की गयी. लोगों को तेज धूप व गर्मी से कुछ हद तक राहत मिली. शनिवार को भी हल्की बारिश होने की बात कही जा रही है. दूसरी ओर, तेज हवा चलने, मेघ गर्जन होने व आसमानी ठनका गिरने के कारण खरसावां में बिजली आपूर्ति चरमरा गयी है. शुक्रवार की शाम को फिर एक बार बिजली की आपूर्ति बाधित हो गयी.राजनगर : ओलावृष्टि से लाखों रुपये के फसल बर्बाद, मुआवजे की मांग
राजनगर . राजनगर प्रखंड की जोनबनी व कुजू पंचायत क्षेत्र में गुरुवार की शाम ओलावृष्टि से काफी तबाही हई है. ओलावृष्टि से किसानों के खेतों में लगी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. जोनबनी पंचायत के गेडेसाई गांव के रामरतन महतो ने डेढ़ एकड़ में टमाटर, मिर्चा, भिंडी एवं प्याज लगाया था.ओलावृष्टि से करीब एक लाख रुपये का नुक़सान हुआ है. साथ ही गेडेसाई गांव के किसानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. कुजू पंचायत के ईचा निवासी मनमोहन सिंहदेव ने दो एकड़ में टमाटर, एक एकड़ में खीरा, एक एकड़ में बैगन व लौकी की खेती की थी. ओलावृष्टि से उन्हें भी नुकसान हुआ है. मनमोहन सिंहदेव ने बताया कि ओलावृष्टि से फसलों में दाग आ गये हैं, जिसके चलते बाजार में बेचना भी संभव नहीं है. लगभग दो लाख रुपए का नुक़सान हो गया. मनरेगा से संचालित मिश्रित बागवानी भी बर्बाद हो गयी. किसानों ने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है.आंधी-तूफान में कोटसोना व अरगुंडी गांव के कई घरों के छप्पर उड़े
खरसावां.
खूंटपानी प्रखंड की लोहरदा पंचायत के कोटसोना और अरगुंडी गांव में गुरुवार की शाम तेज आंधी-तूफान में कई घरों को नुकसान पहुंचा था. तेज हवा से गांव का पुराना पेड़ भी गिर गया. साथ ही कुछ झोपड़ीनुमा घरों के छज्जे भी उड़ गये. तीन घरों में छप्पर भी उड़ गये. पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. लोगों ने बताया कि घर का छप्पर उड़ने से रहने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है