सरायकेला, शचिंद्र कुमार दाश: कोल्हान क्षेत्र में बच्चों को उनकी मातृभाषा ओड़िया में शिक्षा देने का एक अनूठा प्रयास किया जा रहा है. सामाजिक संगठन उत्कल सम्मिलनी की ओर से कोल्हान के कुल 116 सरकारी स्कूलों में मानदेय पर 179 शिक्षकों की नियुक्ति कर बच्चों को ओड़िया भाषा में शिक्षा दी जा रही है. उत्कल सम्मिलनी की ओर से मानदेय पर नियुक्त पूर्वी सिंहभूम जिला के 27 स्कूलों में 52 शिक्षक, पश्चिमी सिंहभूम जिला के 38 स्कूलों में 42 शिक्षक और सरायकेला-खरसावां जिले के 51 स्कूलों में 58 शिक्षक सिर्फ मातृभाषा ओड़िया पढ़ाते है. बतातें चलें इसके लिए ओडिशा सरकार की ओर से उत्कल सम्मिलनी को अनुदान भी दिया जाता है. गौरतलब है कि मातृभाषा ओड़िया को बचाने के साथ-साथ प्रचार प्रसार के लिए भी यह एक अनोखा कदम है.
मातृभाषा के प्रति बच्चों का बढ़ रहा रुझान
ओड़िशा सरकार और उत्कल सम्मिलनी के इस पहल का असर भी बखूबी देखने को मिल रहा है. मातृभाषा ओड़िया के प्रति बच्चों का रुझान बढ़ा है. फिलहाल कोल्हान के तीनों जिलों में कक्षा एक से आठ के बीच करीब 8300 बच्चे मातृभाषा ओड़िया की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. स्कूलों में ओड़िया पढ़ने वाले बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.
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वर्णबोध और साहित्य की पुस्तक उपलब्ध कराती है ओडिशा सरकार
सरकारी स्कूलों में नामांकन के बाद बच्चों को ओड़िया भाषा का अक्षर ज्ञान देने के लिए ओडिशा सरकार की ओर से मधु वर्णबोध नामक किताब उपलब्ध कराया जाता है. जिससे बच्चों को ओड़िया भाषा का अक्षर ज्ञान हासिल करने में काफी सहूलियत होती है. इसके अलावे वर्ग एक से आठ के विद्यार्थियों के लिए साहित्य की पुस्तक भी निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है. हालांकि झारखंड सरकार की ओर से कक्षा एक और दो के लिए ओड़िया भाषा की पुस्तक उपलब्ध करायी जाती है.