सरायकेला.
सरायकेला जिला मुख्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर डीसी नितिश कुमार सिंह, डीडीसी आशीष अग्रवाल, एडीसी कुमार जयवर्धन ने श्रद्धांजलि दी. मौके पर डीसी नितिश कुमार सिंह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन आदिवासी स्वाभिमान, संघर्ष और स्वतंत्रता की अमिट गाथा है, उन्होंने मात्र 25 वर्ष की अल्पायु में देश की स्वतंत्रता एवं समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और अदम्य इच्छाशक्ति के कारण ही उन्होंने उस समय के शक्तिशाली सामंतों एवं अंग्रेजी शासन के विरुद्ध ऐतिहासिक उलगुलान का नेतृत्व किया. उपायुक्त ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरणा लें और उनके दिखाये मार्ग पर चलकर एक समतामूलक, आत्मनिर्भर एवं न्यायपूर्ण समाज के निर्माण के लिए संकल्पित हों. मौके पर डीएसओ सत्येंद्र महतो, सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा) अनिल टुडू, कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत सरायकेला शशि शेखर सहित अन्य ने भी श्रद्धांजलि दी.अविस्मरणीय गाथा है धरती आबा का जीवन : बीडीओ
खरसावां.
खरसावां प्रखंड सह अंचल कार्यालय में सोमवार को भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. बीडीओ प्रधान माझी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन आदिवासी स्वाभिमान, संघर्ष और स्वतंत्रता की अमिट गाथा है. सीओ कप्तान सिंकु ने कहा कि उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और अदम्य इच्छाशक्ति के कारण ही उन्होंने उस समय के शक्तिशाली सामंतों एवं अंग्रेजी शासन के विरुद्ध ऐतिहासिक उलगुलान का नेतृत्व किया. प्रमुख मनेंद्र जामुदा व उप प्रमुख ज्योत्सना मंडल ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिये भगवान बिरसा मुंडा ने संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी. उनके पदचिह्नों पर चल कर समतामूलक, आत्मनिर्भर एवं न्यायपूर्ण समाज के निर्माण की दिशा में कार्य करना है. इस अवसर पर सुनीता तापे, अमर सिंह हांसदा, रामलाल महतो, रीमा उरांव, दीपक उरांव, बिमल पुष्टि, गोविंद हाइबुरु, जयंतो सिंह मुंडा, रसिकन टोपनो, लखी सोय आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है