सरायकेला. समाहरणालय सभागार में शनिवार को डीसी नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिले के लिये एक समग्र एवं प्रभावी सिचाई कार्य योजना के निर्माण को लेकर बैठक हुई. बैठक में जिले के विभिन्न प्रखंडों में सिचाई से जुड़ी वर्तमान स्थिति, जल संसाधनों की उपलब्धता, संभावित जल स्रोतों का वैज्ञानिक उपयोग, छोटे एवं मध्यम श्रेणी के चेकडैम निर्माण, खेत तालाब योजना, माइक्रो इरिगेशन पद्धति तथा किसानों की जल-आधारित योजनाओं के आवश्यकताओं की समीक्षा की गयी. डीसी ने उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि सिचाई सुविधा को ग्रामीण कृषि आधारित अर्थव्यवस्था से जोड़ते हुए ऐसी कार्य योजना तैयार की जाए, जो जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन के समुचित सिद्धांतों पर आधारित हो. डीसी ने कहा कि योजना निर्माण में स्थानीय आवश्यकताओं, भौगोलिक परिस्थितियों एवं कृषि चक्र का विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके. साथ ही उपायुक्त ने ऐसे क्षेत्र जहां लिफ्ट एरिगेशन से किसानों की खेत तक सिचाई सुविधा प्रारम्भ कर दी गयी है, वैसे क्षेत्र के किसानों को धान-गेहूं के अलावा अन्य उपजाऊ फसल, फल सब्जी की खेती के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिये. उपायुक्त नें कहा कि किसान की आय में वृद्धि तथा उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. किसानों को उन योजना से जोड़कर उन्हें लाभ प्रदान करें. बैठक में डीडीसी रीना हांसदा, जिला कृषि पदाधिकारी माधुरी टोप्पो, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी तथा कार्यपालक अभियंता सुवर्णरेखा डिवीजन, कार्यपालक अभियंता खरकई डिवीजन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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