खरसावां.
खरसावां के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बुरुडीह में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती मनायी गयी. प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र महतो ने आंबेडकर के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला. शिक्षक प्रदीप कुमार महतो ने बताया कि आंबेडकर न केवल भारतीय संविधान के निर्माता थे, बल्कि स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक भी थे.सफल प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
बाबा साहेब की जीवनी पर स्कूली बच्चों के बीच क्विज, निबंध, भाषण व ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन कर प्रथम से तृतीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. क्विज में समीर महतो, खुशी कुमारी साहू व संगीता प्रमाणिक, निबंध में श्रद्धा रानी महतो, दुर्गापरी महतो व घनेश्वरी लोहार, भाषण में अनिका नायक, खुशी कुमारी साहू व पूनम नायक, चित्रांकन में श्रद्धा रानी महतो, शांति हेंब्रम व भारती महतो को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिया गया. मौके पर प्रशांत कुमार प्रधान, तुषार कांति महतो, ब्रजकिशोर कुमार बेदिया, अनीशा लकड़ा, स्वागता सिंह, लवली कुमारी, मौसमी दास, सुमित्रा महतो, छंदा रानी माजी, लक्ष्मण कुमार साहू, संध्या प्रधान, मनोज पाण्डेय, प्रदीप कुमार महतो, नीलमोहन महतो आदि उपस्थित थे.डॉ आंबेडकर की जीवनी से प्रेरणा लेने की जरूरत : स्पार्कलीन
सरायकेला:
सरायकेला महिला महाविद्यालय में मंगलवार को एनएसएस इकाई और राजनीति विभाग की ओर से डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्राचार्य स्पार्कलीन देई ने कहा कि डॉ आंबेडकर की जीवन संघर्षों से भरा रहा. उन्होंने समाज से जात-पात, छुआछूत, रूढ़िवादिता एवं बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज बुलंद की. प्राचार्य ने छात्राओं से डॉ आंबेडकर के जीवन से शिक्षा लेने की बात कही. मौके पर छात्रा रिया पति, पानो तांती, रूपा प्रधान, गुटुवारी पाड़िया, सानिया परवीन, चंदू हेंब्रम, सिमरन मेलगांडी, सुभद्रा लोहार, अंजू बांकिरा, अर्चना सोय ने अपने विचार व्यक्त किये. इस अवसर पर हेमा सुजाता लकड़ा, डॉ चंद्रशेखर राय, आश्रिता साहू, श्वेतलता, चंपा पॉल, प्रेमा नूतन गाड़ी के साथ महाविद्यालय की सभी छात्राएं और कर्मी मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है