सरायकेला. इंटरमीडिएट बचाव संघर्ष समिति की ओर से दर्जनों छात्र-छात्राओं ने शनिवार को उपायुक्त कार्यालय का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सभी छात्र महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई को चालू रखने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन के बाद छात्रों ने डीसी नितिश कुमार सिंह को तीन सूत्री मांगपत्र सौंपा. मांगपत्र में छात्रों ने सरकार से चालू सत्र में बारहवीं की पढ़ाई अंगीभूत महाविद्यालयों से पूर्ण करने, 11वीं का नामांकन महाविद्यालयों में करवाने एवं इंटरमीडिएट शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों का रोजगार सुनिश्चित करने की मांग की है. छात्र प्रतिनिधि विशेश्वर महतो ने कहा कि सरकार बिना सोचे समझे और बिना समुचित तैयारी के जो कदम उठा रही है, उससे हजारों छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा. एक माह पूर्व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा डीसी को पत्र लिखकर निर्देश दिया गया था कि महाविद्यालयों में संचालित कक्षा 12वीं को 5 किमी के दायरे में स्थित विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाए. हालांकि, एक माह बीत जाने के बाद भी जिला शिक्षा विभाग की ओर से महाविद्यालयों को इस संबंध में कोई स्पष्ट निर्देश जारी नहीं किया गया है. आरोप लगाया गया कि सरकार नयी शिक्षा नीति को हथियार बनाकर छात्रों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है. बयान में कहा गया कि छात्र अपने अधिकारों को लेकर सजग हैं, और यदि सरकार छात्रों की मांगों पर विचार नहीं करती, तो 15 जुलाई को राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. मौक पर अमन सिंह, अर्जुन, अनंतो, रोहित सरदार, रीता सरदार, सुनील मंडल एवं माणिक महतो मौजूद थे.
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