खरसावां.
खरसावां के बुरुडीह स्थित मॉडल स्कूल परिसर में विश्व युवा कौशल विकास दिवस की दसवीं वर्षगांठ पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ. भूगोल के शिक्षक जीडी महंत ने कहा कि जिस प्रकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के क्षेत्र के लिए क्रांतिकारी बदलाव को लेकर आयी है, उसी प्रकार आगामी राष्ट्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता नीति भी देश के कार्यबल के लिए उतनी ही परिवर्तनकारी होगी. यह हमारे युवा पीढ़ियों को कौशल प्रदान करने, उन्हें उन्नत बनाने और पुनः कौशल प्रदान करने के तरीकों को नये सिरे से व्याख्या करेगी.शिक्षा व रोजगार के बीच की खाई को पाटने का काम करता है कौशल विकास
जीडी महंत ने कहा कि शिक्षा और रोजगार के बीच की खायी को पाटने का कार्य कौशल विकास करता है. इससे युवा अपने करियर में सफल होंगे. बेरोजगारी कम होगी और समाज में सकारात्मक बदलाव आयेगा. उन्होंने कहा कि कौशल विकास न केवल व्यक्ति बल्कि पूरे समाज के लिए लाभकारी है. यह बेरोजगारी और अल्प बेरोजगारी को कम कर उत्पादकता और जीवन स्तर को बेहतर बनाता है. इस वर्ष का विषय कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तीकरण पर केंद्रित है.छठी से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया
कार्यक्रम में कक्षा 6 से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों ने भाग लिया. कौशल विकास के प्रति अपने विचार रखे. कार्यक्रम में टूरिज्म एंड मैनेजमेंट शिक्षक प्रभात कुमार महतो, विकास चंद्र महतो, बसंती महतो, सुनीता महतो ने भी अपने विषयों से जुड़ा कौशल विकास पर विचार रखे. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रियतम सिंह, चंदन कुमार महतो, पुष्पा महतो और सुनीता देवी का योगदान रहा. वेंचर स्किल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से कार्यक्रम की अध्यक्षता आइटी वोकेशनल टीचर सतीश सेन प्रधान ने की.
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