राजनगर. राजनगर प्रखंड के उलीडीह गांव में जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन वितरण में अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है. राशन डीलर धीरेन बास्के पर लाभुकों ने आरोप लगाया है कि वे कार्डधारियों को तय मानक से कम अनाज तौल कर देते हैं. लाभुकों का आरोप है कि अनाज वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती जाती है.
निजी डिजिटल मशीन से करते हैं माप-तौल
लाभुकों ने आरोप लगाया कि राशन डीलर सरकार द्वारा दी गयी तौल मशीन से केवल ई-पोस मशीन की पंचिंग करते हैं. पर अनाज का वजन निजी डिजिटल मशीन से करते हैं. दूसरी जगह अनाज का वजन कराने पर कम निकलता है.अंधेरे में वजन करता है अनाज
ग्रामीणों का आरोप है कि डीलर घर के अंदर अंधेरे में मशीन से अनाज वजन करते हैं. कई लाभुकों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि जब वे बाहर ले जाकर अनाज का वजन कराते हैं तो चावल व गेहूं में तय मात्रा से कम वजन निकलता है.
गेहूं के बदले नहीं देता है चावल
कुछ लाभुकों ने बताया कि अगर कोई कार्डधारी गेहूं नहीं लेना चाहता, तो उसके बदले चावल भी नहीं दिया जाता है. डीलर पूरा गेहूं अपने पास रख लेता है. ग्रामीणों का आरोप लगाया कि राशन डीलर एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है.कोट
किसी भी डीलर को लाभुकों का राशन काटने की अनुमति नहीं है. नियमानुसार, अनाज का वजन लाभुकों के सामने किया जाना चाहिए. यदि किसी डीलर द्वारा अंधेरे में या निजी मशीन से वजन किया जा रहा है तो यह गंभीर मामला है. दोषी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
-हरीश चंद्र मुंडा
, सीओ सह प्रभारी एमओ, राजनगरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है