सरायकेला. राजनगर प्रखंड के धोलाडीह गांव में ईचा-खरकई डैम निर्माण के खिलाफ कोल्हान ईचा-खरकई बांध विरोधी संघ की बैठक मुंडा सीदिउ पाड़ेया की अध्यक्षता में हुई. बैठक में मुख्य रुप से संघ के उपाध्यक्ष रेयांश सामड उपस्थित थे. उन्होंने खरकई बांध निर्माण पर राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ईचा डैम के पुनर्निर्माण का फैसला सरकार द्वारा केवल उद्योगपतियों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि डैम से सबसे अधिक लाभ रुंगटा और टाटा जैसी कंपनियों को होगा. मुख्यमंत्री ने अपने संघर्ष यात्रा के दौरान सोसोहातु में कहा था कि सीने पर गोली खा लेंगे, लेकिन डैम नहीं बनने देंगे. आज सत्ता में आकर आदिवासियों की जमीन और अस्तित्व पर हमला किया जा रहा है.
डैम निर्माण का विरोध तेज करना होगा :
मारकंडोवरिष्ठ आंदोलनकारी मरकंडो बारी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि शहीद गंगाराम कालुंडिया की तरह हमें एकजुट होकर फिर से आंदोलन खड़ा करना होगा. जब तक हमारे प्रतिनिधि हमारे वोट की ताकत नहीं समझेंगे, तब तक यह विनाशकारी परियोजना नहीं रुकेगी. सभा को कोषाध्यक्ष गुलिया कालुंडिया, सह सचिव बिरसा गोडसोरा, मीडिया सचिव रॉबिन आलडा, सक्रिय सदस्य कृष्णा बानरा, सिंगराय जामुदा, मार्शल गोडसोरा ने भी संबोधित किया. सभी ने एक स्वर में ईचा डैम परियोजना को वापस लेने की मांग की. इस मौके पर लक्ष्मण महतो, कांडे सोय, जगमोहन बानरा, मालती सवैया, जानकी देवगम, गुरुचरण महतो, सरस्वती गोडसोरा सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है