खरसावां.धार्मिक नगरी खरसावां में मां बासंती दुर्गा की पूजा शुक्रवार से शुरू होगी. शुक्रवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां बासंती की सप्तमी पूजा की जायेगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. चैत्र नवरात्र के छठे दिन गुरुवार को मां बासंती दुर्गा का बेल्याधिवास किया गया. बासंती मंदिर परिसर में सप्तमी से लेकर विजया दशमी तक पूरे विधि-विधान के साथ मां बासंती की पूजा की जायेगी. इस दौरान पूजन, हवन के साथ आरती उतारी जायेगी. साथ ही सप्तशती चंडी पाठ भी किया जायेगा. सोमवार को विजया दशमी के दिन मां बासंती पूजा का समापन होगा. इसी दिन मंदिर परिसर में ब्रह्म कुमारों का विधि-पूर्वक उपनयन संस्कार आयोजित किया जायेगा. इसके बाद देर शाम मां बासंती दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जित की जायेगी.
खरसावां में 1903 से हो रही है मां बासंती की पूजा
खरसावां में मां बासंती मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया है. मां बासंती दुर्गा की आकर्षक प्रतिमा भी स्थापित की गयी है. यहां वर्ष 1903 से हर वर्ष ब्राह्मण समाज की ओर से बासंती दुर्गा पूजा का आयोजन होते आ रहा है. खरसावां के बासंती मंदिर में मां बासंती की पूजा के लिये दूर-दराज के लोग पहुंचते है.टेंटोपोशी में भी भव्य रूप से होगी मां बासंती की पूजा
सरायकेला के टेंटोपोशी में मां बासंती की पूजा भव्य तरीके से आयोजित की जायेगी. टोंटोपोशी गांव स्थित बासंती मंदिर में चार अप्रैल को महासप्तमी पूजा, पांच अप्रैल को महाष्टमी पूजा, छह अप्रैल को महानवमी पूजा की जायेगी. सात अप्रैल को विजयादशमी की पूजा के बाद देर शाम प्रतिमा विसर्जन किया जायेगा. मालूम हो कि टेंटोपोशी गांव में वर्ष 1984 से मां बासंती की पूजा की जा रही है. यहां माता के दरबार में पूजा करने के लिये बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है