खरसावां. माॅनसून की रफ्तार पकड़ने के साथ ही सरायकेला-खरसावां जिले में हरी सब्जियों के भाव में अचानक तेजी आ गयी है. बढ़े हुए दामों के कारण अब आम जनता की थाली से हरी सब्जियां भी दूर होती जा रही हैं. पिछले 15 दिनों में सब्जियों की कीमत में दोगुनी तक वृद्धि हो गयी. इससे गृहणियों की रसोई का बजट बिगड़ गया है. बाजार में परवल को छोड़ कर कोई भी सब्जी 60 रुपये प्रति किलो से कम नहीं है. बेतहाशा कीतम बढ़ने से किलो खरीदने वाले लोग पाव भर व आधा किलो सब्जियां खरीद कर काम चला रहे हैं. पिछले 15 दिनों के भीतर बैगन, टमाटर, नेनुआ, भिंडी के दाम दोगुनी हो गये हैं.
बारिश से फसलें प्रभावित, सब्जियों की आवक घटी :
बाजार में हरी सब्जियों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के चलते बिक्री में भारी गिरावट आयी है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि जो ग्राहक पहले एक किलो तक सब्जी खरीदते थे, अब 250 ग्राम से आधा किलो में ही संतोष कर रहे हैं. विभिन्न प्रकार की सब्जियां खरीदने वाले लोग भी अब सीमित मात्रा में एक या दो ही तरह की सब्जी खरीद रहे हैं. बाजार में सब्जियों की मांग कम होते देख ग्राहक अब चना दाल, सोयाबीन बड़ी जैसी वैकल्पिक चीजों की ओर रुख कर रहे हैं.माॅनसून बना कारण :
आवक घटी, दाम बढ़े : जून के दूसरे सप्ताह से जारी झमाझम बारिश के कारण स्थानीय स्तर पर सब्जी उत्पादन प्रभावित हुआ है. लगातार बारिश से फसलें बर्बाद हो गईं, जिससे बाजार में सब्जियों की आवक काफी घट गयी है. इसका सीधा असर कीमतों पर पड़ा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है