खरसावां.
कुचाई प्रखंड की छोटासेगोइ पंचायत का रायसिंदरी गांव में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. 15 टोला में फैले 765 आबादी वाले रायसिंदरी गांव की सबसे बड़ी समस्या स्वच्छ पेयजल है. पहाड़ी रास्ता से भारी भरकम वजन वाली बोरिंग गाड़ी रायसिंदरी गांव तक पहुंच नहीं पाती है. इससे गांव में स्वीकृत जलमीनार के कार्य अधूरे पड़े हुए हैं. गांव के लोग चुआं (पहाड़ के नीचे बने चुआं) का पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं. चुआं के पानी से भोजन पकाया जा रहा है. बारिश के दिनों में चुआं के पानी में मिट्टी घुल जाने से पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है.एक-एक शिक्षकों के जिम्मे पांच-पांच कक्षाओं का संचालन
रायसिंदरी के दो टोला में एक नव प्राथमिक विद्यालय व एक प्राथमिक विद्यालय स्थापित है. इन दोनों ही स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई होती है. नव प्राथमिक विद्यालय में एक सहायक शिक्षक (पारा शिक्षक) तथा प्राथमिक विद्यालय में भी एक ही शिक्षक की पदस्थापना की गयी. इन दोनों ही स्कूलों के शिक्षकों पर कार्यालय कार्य से लेकर पठन-पाठन व एक साथ पांच-पांच कक्षाओं के संचालन का जिम्मा है. ग्रामीणों की मांग है कि इन स्कूलों में स्थानीय भाषा जानने वाले और एक-एक शिक्षकों की पदस्थापना हो.
प्रशासनिक अधिकारियों ने किया दौरा, ग्रामीणों में जगी आस
विधायक दशरथ गागराई की पहल पर विगत चार जून को जिला के डीसी-एसपी समेत पूरा प्रशासनिक अमला रायसिंदरी गांव पहुंचा था. जिले के अधिकारियों ने पेड़ के नीचे ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों की समस्या से अवगत हुए. साथ ही गांव के योग्य लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए 11 जून को विशेष शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया है. शिविर के जरिये सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित लोगों को लाभान्वित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है