चक्रधरपुर.चक्रधरपुर प्रखंड की सिलफोड़ी पंचायत के बुढ़ीगोड़ा गांव में विभिन्न समस्याओं को लेकर बुधवार को उप मुखिया सालुका कोडांगकेल की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में पंचायत की मुखिया मेलानी बोदरा से ग्रामीणों ने स्वच्छ पेयजल, नाली और सड़क की समस्या को जल्द से जल्द दूर करने की मांग की.
45 परिवार को कनेक्शन से जोड़ा गया
ग्रामीणों ने बताया कि दो साल पहले ””हर घर नल जल”” योजना के तहत बुढ़ीगोड़ा के नीचे टोला में 8000 लीटर क्षमता वाली सोलर जलमीनार लगायी गई थी और 45 परिवारों को कनेक्शन से जोड़ा गया था. लेकिन संवेदक ने जलमीनार का दरवाजा तक नहीं लगाया. पाइपलाइन भी बिना गड्ढा खोदे बिछायी गयी, जिससे कई जगहों पर पाइप फट गए हैं और पिछले डेढ़ वर्षों से पानी का लीकेज जारी है. ग्रामीणों को मजबूरन 500 मीटर दूर स्थित दूसरे टोला के सोलर जलमीनार से पानी लाना पड़ रहा है. वहीं, बनाए गए स्टैंड पोस्ट नलों में प्लेटफॉर्म तक नहीं बनाए गए हैं.सड़क और नाली की भी स्थिति दयनीय
ग्रामीणों ने बताया कि जेनाबेड़ा चौक से कोमाय चौक तक सात किलोमीटर सड़क का निर्माण 10 साल पहले किया गया था, लेकिन निम्न स्तरीय कार्य होने के कारण यह जल्द ही जर्जर हो गयी. इस सड़क से रोजाना 10,000 ग्रामीणों का आवागमन होता है. यदि सड़क का पुनर्निर्माण किया जाता है, तो बुढ़ीगोड़ा, गुलकेड़ा, कुलितोडांग और बाइपी पंचायत के दर्जनों गांवों को लाभ मिलेगा.
400 फीट नाली निर्माण पर 8 लाख खर्च, संवेदक ने गड्ढा खोदकर छोड़ा
दो साल पहले जिला परिषद फंड से बुढ़ीगोड़ा गांव में मोरा कोडांगकेल के घर से जयपाल बोदरा के घर तक 400 फीट पक्की नाली का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जिसकी लागत 8 लाख रुपये थी. लेकिन संवेदक सुशील सिंह ने गड्ढा खोदने के बाद काम अधूरा छोड़ दिया. इससे गड्ढों में पानी भरने लगा, जिससे मच्छर पनपने लगे और बच्चे एवं जानवर दुर्घटनाओं का शिकार होने लगे. कई ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर संबंधित विभाग को पत्राचार भी किया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.ग्रामीणों की चेतावनी : नहीं हुआ समाधान, तो करेंगे आंदोलन
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि समय रहते इन समस्याओं का समाधान किया जाए, अन्यथा वे आंदोलन करेंगे. बैठक में जलसहिया सुमित्रा बोदरा, सेलाई बोदरा, लुदरी बोदरा, रामराय कोडांगकेल, अगनेश बोदरा, जयपाल बोदरा, सालुका बोदरा, मालीन बोदरा, गुलांची बोदरा, नीतू कोडांगकेल, राजा बोदरा, ननीका बोदरा, शांति बोदरा सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.ग्रामीणों और अधिकारियों के बोल
“दो साल पहले 8000 लीटर क्षमता वाली सोलर जलमीनार लगायी गयी थी, लेकिन संवेदक ने कार्य अधूरा छोड़ दिया. पाइपलाइन में लीकेज की समस्या बनी हुई है और स्वच्छ पेयजल लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा. विभाग को जल्द से जल्द समस्या का समाधान करना चाहिए “. — मेलानी बोदरा, मुखिया, सिलफोड़ी पंचायत“दो साल पहले 8 लाख रुपये की लागत से 400 फीट पक्की नाली का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन आज भी अधूरा पड़ा है. इससे सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ है. संवेदक द्वारा खोदे गए गड्ढे में बच्चे और जानवर गिर रहे हैं. अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो संवेदक के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवेदन दिया जाएगा. “सालूका कोडांगकेल, उप मुखिया, सिलफोड़ी पंचायत “जेनाबेडा चौक से कोमाय चौक तक सात किलोमीटर सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. यह सड़क चार पंचायतों के 10 हजार ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण है. प्रशासन को जल्द से जल्द सड़क निर्माण कर ग्रामीणों को राहत देनी चाहिए. ” -रामलाल बोदरा, अध्यक्ष, बुढ़ीगोड़ा कल्याण मंच “गर्मी शुरू होने से पहले ही बुढ़ीगोड़ा गांव में जलसंकट उत्पन्न हो गया है. गांव में कई जगहों पर सोलर जलमीनार खराब पड़ी हैं और पाइपलाइन में लीकेज की समस्या बनी हुई है. विभाग को तुरंत इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए ताकि गर्मी में लोगों को परेशानी न हो. “सुमित्रा बोदरा, जलसहिया “गांव में अधूरे पड़ी जलमीनार, टूटी पाइपलाइन और जर्जर सड़क की समस्याओं को जल्द दूर किया जाए. पाइपलाइन लीकेज के कारण पानी बर्बाद हो रहा है, जिसे रोकने के लिए लोग प्लास्टिक और ट्यूब बांधकर प्रयास कर रहे हैं. प्रशासन को जल्द कार्रवाई करनी चाहिए. ” -नीतू कोडांगकेल, ग्रामीण———————
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