चक्रधरपुर.
टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सोमवार को चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में टीबी मरीजों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद जोबा माझी शामिल हुईं. इस मौके पर चिह्नित 22 टीबी रोगियों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया. इस मौके पर सांसद जोबा माझी ने कहा कि टीबी मुक्त अभियान को जन-आंदोलन बनाने की जरूरत है. लोगों को टीबी के प्रति जागरूक होना होगा. उन्हें बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है. इसका इलाज प्रभावी और सुलभ है.सरकार इस बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए निःशुल्क सुविधा प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि कुछ रोगियों और समुदायों में इस बीमारी को लेकर हीन भावना है. लोग इस बीमारी को छुआछूत के रूप में देखते हैं. यह भ्रम दूर करना होगा. यह जानकारी होनी चाहिए कि टीबी के कीटाणु हर व्यक्ति के शरीर में मौजूद रहते हैं. किसी कारणवश जब किसी व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधी क्षमता कम हो जाती है तो व्यक्ति में यह रोग दिखाई देता है. इलाज से इस बीमारी से निश्चित रूप छुटकारा मिल जायेगी. ये बातें लोगों तक पहुंचनी चाहिए, तभी टीबी से प्रभावित लोग इलाज की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे. साथ ही सांसद ने कहा कि बीमार पड़ने पर झाड़-फूंक के चक्कर में रोग नहीं बढ़ायें. अस्पताल जाकर इलाज करायें.इन्होंने टीबी रोगियों को लिया गोद.
22 रोगियों को इलाज कराने के लिए समाजसेवियों ने गोद लिया है. इससे रोगियों को इलाज कराने में मदद मिलेगी. इसमें सांसद जोबा माझी ने पांच, भगेरिया फाउंडेशन ने तीन, प्रो नागेश्वर प्रधान दो, सुनील सिंघानिया दो, पंकज पटेल दो, मंतोष प्रधान एक, प्रदीप भाई पटेल दो, समाज बीड़ी एक, मधुसूदन पब्लिक स्कूल एक, अंकित फाउंडेशन दो एवं उदय कुमार ने एक रोगी को गोद लिया है. इस मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ आलोक रंजन महतो, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंशुमन शर्मा, बलराज हिंदवार, मनोज भगेरिया, एके पांडेय, मंतोष प्रधान, सतीश भगेरिया, एएनएम इंदिरा कुमारी, नीलिमा खलखो, सीमा लकड़ा, सुनीता कुमारी समेत यक्ष्मा रोगी उपस्थित रहे.
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