प्रतिनिधि, चक्रधरपुर चक्रधरपुर प्रखंड की होयोहातु पंचायत के चितपील चौक से करंजडीह गांव तक एक साल पहले सड़क का निर्माण किया गया. सड़क में संजय नदी के बीच करंजडीह गांव के पास करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से दो पुलों का निर्माण किया गया. दोनों पुल संजय नदी पर बना है. पहाड़ी नदी होने के कारण बारिश के दिनों में नदी का जलस्तर उफान पर रहता है. जलस्तर को ध्यान में रखकर संवेदक व विभाग द्वारा पुल का निर्माण नहीं किया गया है. पुल निर्माण के साथ ही एप्रोच सड़क टूटने लगी है. पुल के दोनों तरफ एप्रोच सड़क बनायी गयी है, पर गार्डवाल सिर्फ ढाई से तीन फीट ही बनाया गया है. इससे मिट्टी धंसने लगी है और एप्रोच सड़क टूटने लगी है. गार्डवाल की उंचाई कम होने के कारण दुर्घटना को आमंत्रित दे रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है. पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और सरायकेला-खरसावां को जोड़ती है सड़क. आदिवासी हो समाज महासभा के प्रखंड अध्यक्ष दोराई हांसदा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बैठक की. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि काफी वर्षों बाद सड़क व पुल का निर्माण हुआ है. यह सड़क पश्चिम सिंहभूम, खूंटी और सरायकेला-खरसावां जिला को जोड़ती है. करंजडीह में बने दोनों दोनों पुल में काफी अनियमितता बरती गयी है. दोनों पुल की एप्रोच सड़क व गार्डवाल टूटने लगे हैं. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि होयोहातु बारुडीह टोला में पिछले दो साल से खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत की जाये. पंचायत के अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर हैं, पर यहां सिंचाई की व्यवस्था नहीं है. इसे ध्यान में रखते हुए खेतों में डीप बोरिंग और कुआं का निर्माण किया जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है