चक्रधरपुर
. डैम निर्माण के कारण ओडिशा के कोंडरा में पानी रोक दिये जाने से वैतरणी नदी जलविहीन हो गयी है. रेलवे का पारंपरिक जल स्रोत वैतरणी नदी सूखने से डांगुवापोसी में रेलवे की जलापूर्ति व्यवस्था प्रभावित हो गयी है. बारिश नहीं हुई, तो भारी जल संकट से लोगों को जूझना पड़ेगा. जल संकट की भयावह स्थिति को देखते हुए रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने डांगुवापोसी में पांच डीप बोरिंग की वैकल्पिक व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है. इसपर रेलवे के ब्रांच अधिकारी व आइओडब्ल्यू ने डांगुवापोसी में डीप बोरिंग के लिए स्थल चयन करने में जुटे हैं. वहीं, दूसरी ओर रेलवे व राज्य सरकार के बीच जल्द ही पानी पर वार्ता होगी.डीप बोरिंग से मिल रहा 1100 रेलवे क्वार्टरों को पानी:
डांगुवापोसी क्षेत्र में रेलवे की तीन डीप बोरिंग है. रेलवे तीन डीप बोरिंग से डांगुवापोसी में 1100 रेलवे क्वार्टरों में जलापूर्ति कर रहा है, जो नाकाफी है. डांगुवापोसी घनी आबादी वाला इलाका है. रेलवे क्षेत्र में करीब चार हजार रेलकर्मी व उनके परिजन रहते हैं. जो जल समस्या से जूझ रहे हैं. इसी डीप बोरिंग से बारी-बारी रेलवे कॉलोनियों में जलापूर्ति कर रहा है.
म छोड़ेगा पानी, तभी वैतरणी को मिलेगा :
ओडिशा के कोंडरा में डैम निर्माण कार्य पूरा हो गया है. डैम में पानी संचित किया जा रहा है. डैम में संचित पानी छोड़ने पर ही वैतरणी नदी को पानी मिलेगा. यह डैम का निर्माण पिछले चार सालों से हो रहा था. इस डैम के संचित पानी सिंचाई व शहरी जलापूर्ति एवं विभिन्न उपयोगों में छोड़ा जा सकता है. राज्य सरकार व रेलवे को ठोस निर्णय लेने की जरूरत है.
जलविहीन हो गयी वैतरणी नदी, मछलियां पकड़ने में जुटे लोग :
वैतरणी नदी जलविहीन हो गयी है. कहीं-कहीं थोड़ा पानी शेष बचा है. वहां मच्छलियां तड़प रही हैं. रोजाना नदी तट पर मच्छली पकड़ने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. सुबह व शाम लोगों का नदी में जमावड़ा हो रहा है. नदी में लोग नहाने आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर नदी की यह स्थिति रही तो निकट भविष्य में लोगों व अपने पशुओं की प्यास बुझाना मुश्किल हो जायेगा.
रेलवे ने की कटौती, एक ही समय मिलेगा पानी :
जल समस्या को गहराता देख रेलवे ने मंगलवार से डांगुवापोसी के कॉलोनियों की नियमित जलापूर्ति में कटौती करना शुरू कर दी है. रेलवे कॉलोनियों में अब दिन में दो पाली की जगह एक ही बार पानी आपूर्ति होगी. जिससे रेलकर्मियों को कम पानी में गुजारा करना पड़ेगा. वहीं रेलवे ने लाउंडस्पीकर से पानी की बचत करने व जरूरत से अधिक पानी की खपत नहीं करने का अपील की है.
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