चक्रधरपुर. चक्रधरपुर के राखा आसनतलिया स्थित शहीद निर्मल महतो कुड़मी भवन में शहीद रघुनाथ महतो की 287वीं जयंती झारखंड कुड़माली भाषा विकास परिषद व आदिवासी कुड़मी समाज के संयुक्त तत्वावधान में मनायी गयी.
निर्मल महतो की प्रतिमा पर हुआ माल्यार्पण
जयंती पर कुड़मी झंडा फहराकर झंडा गीत गाया गया. तत्पश्चात, शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. समारोह की शुरुआत कुड़मी का नेहर गीत गाकर की गयी. कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित समाजसेवी विजय मेलगांडी ने वीर शहीद रघुनाथ महतो की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किया, जिसके बाद समाज के अन्य लोगों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की. समाजसेवी रूपेश महतो ने खगेश्वर महतो द्वारा रचित रघुनाथ महतो के जीवन पर आधारित शानदार गीत प्रस्तुत किया. झारखंड कुड़माली भाषा विकास परिषद के सदस्य शंकर लाल महतो ने रघुनाथ महतो के जीवन और उनके योगदान पर विस्तृत चर्चा की.इतिहास में नाम दर्ज न होना शर्मनाक
अतिथि विजय मेलगांडी ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे क्रांतिकारी महापुरुषों का इतिहास में नाम दर्ज न होना शर्मनाक है. उन्होंने केंद्र सरकार से भारत सरकार के शहीदों की सूची में रघुनाथ महतो का नाम दर्ज करने की मांग की. कार्यक्रम का संचालन झारखंड कुड़माली भाषा विकास परिषद के सचिव ओम प्रकाश महतो ने किया, जबकि आदिवासी कुड़मी समाज के प्रदेश संगठन सचिव संजीव महतो ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. इस मौके पर झारखंड कुड़माली भाषा विकास परिषद के अध्यक्ष बलराज हिंदवार, आदिवासी कुड़मी समाज के अध्यक्ष खगेश्वर महतो, सचिव शंभू चरण महतो, जिला उपाध्यक्ष रत्नाकर महतो, जिला कोषाध्यक्ष उमेश महतो, तथा रवि महतो, अजय महतो, महावीर महतो, विनोद महतो, गिरधारी महतो, संजय महतो, महेंद्र महतो, आशीष महतो, अजय महतो, अजीत महतो सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
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