चाईबासा. पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि शुक्रवार को हुई दिशा की बैठक में जिले के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ. उन्होंने जिले के जनप्रतिनिधियों की मंशा पर सवाल उठाया. कहा कि जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है. जनता की बुनियादी समस्याओं की अनदेखी हो रही है. जनप्रतिनिधियों की गैर-जिम्मेदारी और उदासीनता का परिणाम है. उन्होंने आरोप लगाया कि सभी विकास कार्य केवल डीएमएफटी फंड और कैंपा फंड के भरोसे चल रहे हैं. इन फंडों में सुनियोजित तरीके से बंदरबांट के लिए औपचारिक बैठक की जा रही है. हजारों करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद जिले की जनता पेयजल सुविधा से वंचित है. योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है. जनप्रतिनिधियों के पास विकास का कोई ठोस रोडमैप नहीं है. सिर्फ कागजी योजनाएं बनती हैं.
जन विरोधी रवैये पर चुप नहीं रहेगी भाजपा
उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा. युवाओं के स्वरोजगार और कौशल विकास कार्यक्रम सिर्फ घोषणाओं तक सीमित है. भारतीय जनता पार्टी इस जन विरोधी रवैये को चुपचाप नहीं देख सकती है. जनता के साथ मिलकर जोरदार आंदोलन करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है